💐💐तुमसे दिल लगाना रास आ गया है💐💐

तुमसे दिल लगाना रास आ गया है।
अकेले रह कर भी मुस्कराना आ गया है।
तुमसे दिल ………………………………
छोड़ जाने दो उसे जो हमारा था ही नहीं,
मेरी हस्ती का हश्र उसे गँवारा था ही नहीं,
फिर उसकी सोच मेरी सोच में अन्तर जरूर था,
इस बजूद पर ही मन बहलाना आ गया है,
तुमसे दिल ………………………………
मुझे पता है तुम न रह सकोगे मेरे बिन,
कहीं न कहीं टकराऊँगा मैं तेरे दिल से,
मुसीबत देकर सबक भी तुम ही दोगे,
दिल के घावों पर मलहम लगाना आ गया है,
तुमसे दिल ………………………………
मुझे मालूम है कि हर शय तुम्हारी ही है,
स्वरों की बनती बिगड़ती लय तुम्हारी ही है,
मैं तो जी रहा हूँ तेरे फुरकान की ज़ानिब,
तेरी गुफ्तगू में ही बहकना आ गया है,
तुमसे दिल ………………………………
©अभिषेक पाराशर
फुरकान-कसौटी
हे लोमड़े🤣🤣🤣🤣