Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Dec 2022 · 1 min read

✴️जो बिखर गया उसका टूटना कैसा✴️

##मणिकर्णिका##
##बौनी बौनी बौनी##
##क्या हाल हैं?##
##बौनी की ऊपर तो Rap ही बनेगी##
##फ से फट्टू हो,बौनी##

जो बिखर गया उसका टूटना कैसा,
जो बिखर गया उसका टूटना कैसा,
सितम की कहानी कहें किससे-किससे,
गमों के बहाने कहें किससे किससे,
हम हैं अकेले बहुत ही अकेले,
बीते ज़माने सुने किससे किससे,
जो हाथ पकड़ा उसका छूटना कैसा,
जो बिखर गया उसका टूटना कैसा।।1।।
रिमझिम फुहारों में ढूढेंगें उनको,
परिन्दों की मानिद छोडेंगें उनको,
कानों में गिरतीं रहें उनकी आवाज़ें,
‘खिलें फूल सा’ न तोड़ेंगे उनको,
दिलों की गुलामी में रूठना कैसा,
जो बिखर गया उसका टूटना कैसा।।2।।
किताबों में फूलों से रखे गए हैं,
फूलों की राहें वो नंगे पैरों गए हैं,
करें क्या अब कोई काँटा चुभो लें,
हमारी तरफ़ से भले चंगे गए हैं,
सुनो, लूटे हुए को लूटना कैसा,
जो बिखर गया उसका टूटना कैसा।।3।।
मैं राग बन जाऊँ तुम रागिनी हो,
मैं चाँद बन जाऊँ तुम चाँदनी हो,
और किस किस उपमा से उनको सँवारे,
मैं आफ़ताब हूँ तुम रोशनी हो,
दो दिल मिल गए तो चिलमन कैसा,
जो बिखर गया उसका टूटना कैसा।।4।।

©®अभिषेक: पाराशरः ‘आनन्द’

Language: Hindi
Tag: गीत
43 Views
You may also like:
✍️एक सुबह और एक शाम
✍️एक सुबह और एक शाम
'अशांत' शेखर
होली के कुण्डलिया
होली के कुण्डलिया
Vijay kumar Pandey
आसान नहीं होता
आसान नहीं होता
Rohit Kaushik
पास आएगा कभी
पास आएगा कभी
surenderpal vaidya
गीत-बेटी हूं हमें भी शान से जीने दो
गीत-बेटी हूं हमें भी शान से जीने दो
SHAMA PARVEEN
#करवा चौथ#
#करवा चौथ#
rubichetanshukla रुबी चेतन शुक्ला
‘वसुधैव कुटुम्बकम’ विश्व एक परिवार
‘वसुधैव कुटुम्बकम’ विश्व एक परिवार
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
प्रेम का दीप जलाया जाए
प्रेम का दीप जलाया जाए
अनूप अम्बर
बाक़ी हो ज़िंदगी की
बाक़ी हो ज़िंदगी की
Dr fauzia Naseem shad
हरि चंदन बन जाये मिट्टी
हरि चंदन बन जाये मिट्टी
Dr. Sunita Singh
*होली*
*होली*
Shashi kala vyas
बेताब दिल
बेताब दिल
VINOD KUMAR CHAUHAN
प्रेम की राख
प्रेम की राख
Buddha Prakash
आखिर में मर जायेंगे सब लोग अपनी अपनी मौत,
आखिर में मर जायेंगे सब लोग अपनी अपनी मौत,
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
शायरी
शायरी
श्याम सिंह बिष्ट
क्यूं कर हुई हमें मुहब्बत , हमें नहीं मालूम
क्यूं कर हुई हमें मुहब्बत , हमें नहीं मालूम
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*कर-कमल (व्यंग्य)*
*कर-कमल (व्यंग्य)*
Ravi Prakash
तू इतनी खूबसूरत है...
तू इतनी खूबसूरत है...
आकाश महेशपुरी
तानाशाहों की मौत
तानाशाहों की मौत
Shekhar Chandra Mitra
हम दिल से ना हंसे हैं।
हम दिल से ना हंसे हैं।
Taj Mohammad
जौदत
जौदत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
यह सच आज मुझको मालूम हो पाया
यह सच आज मुझको मालूम हो पाया
gurudeenverma198
सर्दी
सर्दी
Vandana Namdev
दो पल की जिन्दगी मिली ,
दो पल की जिन्दगी मिली ,
Nishant prakhar
■ और क्या बोलें.....?
■ और क्या बोलें.....?
*Author प्रणय प्रभात*
💐अज्ञात के प्रति-135💐
💐अज्ञात के प्रति-135💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
“ सर्वे संतु निरामया”
“ सर्वे संतु निरामया”
DrLakshman Jha Parimal
सी डी इस विपिन रावत
सी डी इस विपिन रावत
Satish Srijan
यारा ग़म नहीं
यारा ग़म नहीं
Surinder blackpen
सौंदर्य
सौंदर्य
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Loading...