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8 Sep 2022 · 1 min read

✍️हैरत है मुझे✍️

✍️हैरत है मुझे✍️
……………………………………………//
आजकल आईना भी चेहरे की
टेढ़ी मेढ़ी ही शक्ले दिखाता है

मैं भी हैरत में पड़ जाता हूँ के
मेरे भीतर ये कौन इँसा रहता है
……………………………………………//
©✍️’अशांत’ शेखर✍️
08/09/2022

3 Likes · 6 Comments · 69 Views
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