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5 Jul 2022 · 1 min read

✍️छांव और धुप✍️

✍️छांव और धुप✍️
………………………………………………………………//
जिंदगी के धुप में जितनी ज्यादा रूह तडपेगी
जिंदगी कही गुना तुम्हे सुकूँ की छांव बख़्शेगी
………………………………………………………………//
✍️”अशांत”शेखर✍️
05/07/2022

1 Like · 2 Comments · 97 Views
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