Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Feb 2023 · 1 min read

✍️गहरी बात✍️

हाथ थामना पड़ जाए तुझे किसी और का तो थाम लेना,
मत सोचना मै क्या कहूंगी,
शायद सोचने के लिए मै रहुँ ना रहुँ,
प्यार जताना पड़ जाए तुझे किसी और से तो जता देना,
मत सोचना मै क्या सोचूंगी,
शायद कुछ सोचने के लिए मै रहुँ ना रहुँ,
तुझे पता है मै नहीं देख सकती तुझे किसी और के साथ पर तू रह लेना,
मत सोचना मै कैसे देखूँगी,
शायद कुछ देखने के लिए मै रहुँ ना रहुँ,
जो भी करना परिवार की खुशी से करना,
मत सोचना मै बिखर जाऊंगी,
शायद बिखरने के लिए मै रहुँ ना रहुँ,
तुझे फेरे लेने पड़ जाए किसी और के साथ तो ले लेना,
मत सोचना मै कैसे जियुंगी,
शायद जीने के लिए मै रहुँ ना रहुँ ।

✍️वैष्णवी गुप्ता (vaishu)
कौशाम्बी

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 89 Views
You may also like:
देख रहा था पीछे मुड़कर
देख रहा था पीछे मुड़कर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जो किसी से
जो किसी से
Dr fauzia Naseem shad
कुत्ते की व्यथा
कुत्ते की व्यथा
नन्दलाल सिंह 'कांतिपति'
जाने  कौन  कहाँ  गए, सस्ते के वह ठाठ (कुंडलिया)
जाने कौन कहाँ गए, सस्ते के वह ठाठ (कुंडलिया)
Ravi Prakash
*कोई नई ना बात है*
*कोई नई ना बात है*
Dushyant Kumar
जीवन का मुस्कान
जीवन का मुस्कान
Awadhesh Kumar Singh
निरन्तरता ही जीवन है चलते रहिए
निरन्तरता ही जीवन है चलते रहिए
सुशील मिश्रा (क्षितिज राज)
■ आज का शेर
■ आज का शेर
*Author प्रणय प्रभात*
💐प्रेम कौतुक-560💐
💐प्रेम कौतुक-560💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
संत ज्ञानेश्वर (ज्ञानदेव)
संत ज्ञानेश्वर (ज्ञानदेव)
Pravesh Shinde
कुछ तो तुझ से मेरा राब्ता रहा होगा।
कुछ तो तुझ से मेरा राब्ता रहा होगा।
Ahtesham Ahmad
माँ
माँ
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
किस गुस्ताखी की जमाना सजा देता है..
किस गुस्ताखी की जमाना सजा देता है..
कवि दीपक बवेजा
जमातों में पढ़ों कलमा,
जमातों में पढ़ों कलमा,
Satish Srijan
तारे दिन में भी चमकते है।
तारे दिन में भी चमकते है।
Rj Anand Prajapati
आंखों देखा सच
आंखों देखा सच
Shekhar Chandra Mitra
रखते हैं प्रभु ही सदा,जग में  सबका  ध्यान।
रखते हैं प्रभु ही सदा,जग में सबका ध्यान।
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
It is necessary to explore to learn from experience😍
It is necessary to explore to learn from experience😍
Sakshi Tripathi
ताल्लुक अगर हो तो रूह
ताल्लुक अगर हो तो रूह
Vishal babu (vishu)
"अपने हक के लिए"
Dr. Kishan tandon kranti
राष्ट्रभाषा
राष्ट्रभाषा
Prakash Chandra
आजादी का अमृतमहोत्सव एव गोरखपुर
आजादी का अमृतमहोत्सव एव गोरखपुर
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
उस पार की आबोहवां में जरासी मोहब्बत भर दे
उस पार की आबोहवां में जरासी मोहब्बत भर दे
'अशांत' शेखर
रात है यह काली
रात है यह काली
जगदीश लववंशी
सर्द मौसम में तेरी गुनगुनी याद
सर्द मौसम में तेरी गुनगुनी याद
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
बेटियां
बेटियां
rubichetanshukla रुबी चेतन शुक्ला
दुर्बल कायर का ही तो बाली आधा वल हर पाता है।
दुर्बल कायर का ही तो बाली आधा वल हर पाता है।
umesh mehra
तुमसे कितना प्यार है
तुमसे कितना प्यार है
gurudeenverma198
उम्मीद
उम्मीद
अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’
खंड: 1
खंड: 1
Rambali Mishra
Loading...