☆☆ प्यार का अनमोल मोती ☆☆

मेरे मनमें छुपा हैं एक अनमोल मोती
तूम ढूढ़ सको तो ढूंढो न वो मोती…!
हैं चमक सोनेरी जैसे चमके हैं रत्न मोती,
नयन को नयनों से मिलाकर
बना लो तुम जीवन मोती…!
हैं ये तो हसीन ज़रिया
जिससे ढूढ़ लोंगे तुम वो मोती..!
आगाह करेंगी मन की प्रज्जवलित ज्योति
कहां हैं छुपा वो मोती…!!
दिल को दिल से मिलाकर बना ले हमझोली
मिल जाएँगा वो मोती…!
हैं पवित्र और… बड़ा ही उज्जवल
प्यार मोहब्बत का वो मोती…!!
आंतरिक भाव हैं बड़ा ही प्रभावशाली…
वो… करेंगा बाह्य भाव को ऊजागर,
तब… तुम पहचान लेना वो मोती…!!
रखा हैं लाजों से संभालकर…
कहीं फ़िसल न जाये…..
पाक रिश्तों का प्यारा मोती…!!
बस सिर्फ और…. सिर्फ़… तेरे लिए ही…
फ़ैलाता हैं अपनी चमक का वो…
अद्भुत नजारा, जो कहलाता हैं…..
प्रेम रूपी चाहतों का अनमोल मोती ….!!!!!