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15 Dec 2022 · 1 min read

■ मुक्तक / सीढियां उम्र की

■ सीढ़ियां उम्र की…..
【प्रणय प्रभात】
“छत पे जा कोने में छुप जाती कहीं,
और अपने आप को खोती नहीं।
सीढ़ियां होती हैं केवल उम्र की,
ज़िन्दगी की सीढ़ियां होती नहीं।।

1 Like · 117 Views
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