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6 Dec 2022 · 1 min read

■ मुक्तक / दिल हार गया

■ दिल हार गया…
【प्रणय प्रभात】
पग-पग भटका धरती नापी,
सात समन्दर पार गया।
मिला नहीं अपना सा कोई,
ढूंढ-ढूंढ दिल हार गया।।

Language: Hindi
1 Like · 161 Views
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