Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Mar 2023 · 1 min read

■ चलते रहो…

#आज_का_मुक्तक
■ चलना पड़ता है…
दिल न चाहे तो भी। कभी अपने तो कभी अपनों के लिए। कभी शौक़ से तो कभी मजबूरी में। यही जीवन की नीति और जगत की रीति भी है शायद।
【प्रणय प्रभात】

2 Likes · 233 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
You may also like:
किए जा सितमगर सितम मगर....
किए जा सितमगर सितम मगर....
डॉ.सीमा अग्रवाल
स्वतंत्रता दिवस
स्वतंत्रता दिवस
Dr Archana Gupta
रोजी न रोटी, हैं जीने के लाले।
रोजी न रोटी, हैं जीने के लाले।
सत्य कुमार प्रेमी
💐परमात्मा एव संसार-रूपेण प्रकट: भवति💐
💐परमात्मा एव संसार-रूपेण प्रकट: भवति💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
भगवान कहाँ है तू?
भगवान कहाँ है तू?
Bodhisatva kastooriya
आज नहीं तो कल होगा / (समकालीन गीत)
आज नहीं तो कल होगा / (समकालीन गीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
खुद ही रोए और खुद ही चुप हो गए,
खुद ही रोए और खुद ही चुप हो गए,
Vishal babu (vishu)
बंधन
बंधन
सूर्यकांत द्विवेदी
‘कन्याभ्रूण’ आखिर ये हत्याएँ क्यों ?
‘कन्याभ्रूण’ आखिर ये हत्याएँ क्यों ?
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
बद्दुआ
बद्दुआ
Harshvardhan "आवारा"
लहर आजादी की
लहर आजादी की
चक्षिमा भारद्वाज"खुशी"
पिता
पिता
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
लघुकथा- 'रेल का डिब्बा'
लघुकथा- 'रेल का डिब्बा'
जगदीश शर्मा सहज
#परिहास-
#परिहास-
*Author प्रणय प्रभात*
भ्रम
भ्रम
Kanchan Khanna
जालिम
जालिम
Satish Srijan
इस सियासत का ज्ञान कैसा है,
इस सियासत का ज्ञान कैसा है,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
लगाव
लगाव
Rajni kapoor
नींबू की चाह
नींबू की चाह
Ram Krishan Rastogi
आईने से बस ये ही बात करता हूँ,
आईने से बस ये ही बात करता हूँ,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
सेमल
सेमल
लक्ष्मी सिंह
शब्द कम पड़ जाते हैं,
शब्द कम पड़ जाते हैं,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
क़ौल ( प्रण )
क़ौल ( प्रण )
Shyam Sundar Subramanian
*पास में अगर न पैसा 【कुंडलिया】*
*पास में अगर न पैसा 【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
मंगलवत्थू छंद (रोली छंद ) और विधाएँ
मंगलवत्थू छंद (रोली छंद ) और विधाएँ
Subhash Singhai
इंतज़ार थमा
इंतज़ार थमा
Dr fauzia Naseem shad
जय जगदम्बे जय माँ काली
जय जगदम्बे जय माँ काली
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
चला साढ़ू भाई
चला साढ़ू भाई
Dhirendra Panchal
गोलू देवता मूर्ति स्थापना समारोह ।
गोलू देवता मूर्ति स्थापना समारोह ।
श्याम सिंह बिष्ट
Loading...