Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Dec 2022 · 1 min read

■ गीत / अपना जीवन. माना….!!

■ गीत :–
अपना जीवन. माना….!!
【प्रणय प्रभात】

जीवन अपना माना
बहुआयामी है।
पथदर्शी क्या मानें
बस अनुगामी है।।

■ सहा गर्भ में जो कुछ वो सब भूल गया,
बाहर आकर के पलने में झूल गया।
शैशव में घुटनों पर रेंगा तक,
लाड़-प्यार और पोषण पाकर फूल गया।
बाल्यकाल तक उर में अंतर्यामी है।
पथदर्शी क्या मानें
बस अनुगामी है।।

■ वय किशोर, तरुणाई में बस जोश रहा,
भले-बुरे का नहीं तनिक भी होश रहा।
यौवन में बस भोग विलास पसंद रहे,
मनचाहा मिलने पर ही संतोष रहा।
नाम हुआ कम अधिक हुई बदनामी है।
पथदर्शी क्या मानें
बस अनुगामी है।।

■ प्रौढ़ हुए तब तक केवल संचय भाया,
राग-द्वेष, छल-दम्भ मोह ने भरमाया।
वृद्ध देह फिर रोगों का घर-द्वार बनी,
पड़े-पड़े सोचा क्यां खोया क्या पाया?
कल की खूवी आज लगे बस ख़ामी है।
पथदर्शी क्या मानें
बस अनुगामी है।।”
©® प्रणय प्रभात

Language: Hindi
1 Like · 54 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
रिश्ते वही अनमोल
रिश्ते वही अनमोल
Dr fauzia Naseem shad
कुछ लोग हेलमेट उतारे बिना
कुछ लोग हेलमेट उतारे बिना
*Author प्रणय प्रभात*
#सुप्रभात
#सुप्रभात
आर.एस. 'प्रीतम'
गौरैया बोली मुझे बचाओ
गौरैया बोली मुझे बचाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बाँकी अछि हमर दूधक कर्ज / मातृभाषा दिवश पर हमर एक गाेट कविता
बाँकी अछि हमर दूधक कर्ज / मातृभाषा दिवश पर हमर एक गाेट कविता
Binit Thakur (विनीत ठाकुर)
पत्नीजी मायके गयी,
पत्नीजी मायके गयी,
Satish Srijan
चलो निकट से जाकर,मैया के दर्शन कर आएँ (देवी-गीत)
चलो निकट से जाकर,मैया के दर्शन कर आएँ (देवी-गीत)
Ravi Prakash
कटी नयन में रात...
कटी नयन में रात...
डॉ.सीमा अग्रवाल
THOUGHT
THOUGHT
Jyoti Khari
तुम्हारा साथ
तुम्हारा साथ
Ram Krishan Rastogi
एक उम्र तक सवालों का
एक उम्र तक सवालों का
Khushboo Khatoon
तुलसी चंदन हार हो, या माला रुद्राक्ष
तुलसी चंदन हार हो, या माला रुद्राक्ष
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
छुपाती मीडिया भी है बहुत सरकार की बातें
छुपाती मीडिया भी है बहुत सरकार की बातें
Dr Archana Gupta
💐प्रेम कौतुक-275💐
💐प्रेम कौतुक-275💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मेरी सादगी को देखकर सोचता है जमाना
मेरी सादगी को देखकर सोचता है जमाना
कवि दीपक बवेजा
बुद्ध तुम मेरे हृदय में
बुद्ध तुम मेरे हृदय में
Buddha Prakash
देश अनेक
देश अनेक
Santosh Shrivastava
"सच का टुकड़ा"
Dr. Kishan tandon kranti
भेड़ों के बाड़े में भेड़िये
भेड़ों के बाड़े में भेड़िये
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
तन्हाई के पर्दे पर
तन्हाई के पर्दे पर
Surinder blackpen
नयनों मे प्रेम
नयनों मे प्रेम
Kavita Chouhan
जून की दोपहर (कविता)
जून की दोपहर (कविता)
Kanchan Khanna
It is not necessary to be beautiful for beauty,
It is not necessary to be beautiful for beauty,
Sakshi Tripathi
हिटलर
हिटलर
सुशील मिश्रा (क्षितिज राज)
सुदूर गाँव मे बैठा कोई बुजुर्ग व्यक्ति, और उसका परिवार जो खे
सुदूर गाँव मे बैठा कोई बुजुर्ग व्यक्ति, और उसका परिवार जो खे
Shyam Pandey
सफलता यूं ही नहीं मिल जाती है।
सफलता यूं ही नहीं मिल जाती है।
नेताम आर सी
हर सांझ तुम्हारे आने की आहट सुना करता था
हर सांझ तुम्हारे आने की आहट सुना करता था
Er Sanjay Shrivastava
हनुमान जयंती
हनुमान जयंती
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
संविधान ग्रंथ नहीं मां भारती की एक आत्मा🇮🇳
संविधान ग्रंथ नहीं मां भारती की एक आत्मा🇮🇳
Tarun Prasad
Loading...