Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jan 2023 · 1 min read

■ ग़ज़ल / मंज़िल_नहीं_थी

#ग़ज़ल
■ मोड़ थे मंज़िल नहीं थी…!
【प्रणय प्रभात】
★ सफ़र में मोड़ थे मंज़िल नहीं थी।
तेरी महफ़िल मेरे क़ाबिल नहीं थी।।

★ अजब तासीर थी इक रतजगे की।
ये नज़र थक के भी बोझिल नहीं थी।।

★ फ़क़त थी डूब जाने की तमन्ना।
हमें भी ख़्वाहिशे-साहिल नहीं थी।।

★ न जाने किसलिए नादिम है कब से।
मेरी हसरत की तू क़ातिल नहीं थी।।

★ जो बातिल थी कभी हक़ बन न पाई।
जो हक़ है वो कभी बातिल नहीं थी।।

★ हमें भी सर-फ़रोशी सूझती है।
अकेली हसरते-बिस्मिल नहीं थी।।

1 Like · 51 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.
You may also like:
🌷 चंद अश'आर 🌷
🌷 चंद अश'आर 🌷
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
एक दिन
एक दिन
Ranjana Verma
तुमसे कितना प्यार है
तुमसे कितना प्यार है
gurudeenverma198
#justareminderekabodhbalak #drarunkumarshastriblogger
#justareminderekabodhbalak #drarunkumarshastriblogger
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बजट
बजट
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
कह कर गुजर गई उस रास्ते से,
कह कर गुजर गई उस रास्ते से,
Shakil Alam
अगर आप में व्यर्थ का अहंकार है परन्तु इंसानियत नहीं है; तो म
अगर आप में व्यर्थ का अहंकार है परन्तु इंसानियत नहीं है; तो म
विमला महरिया मौज
बहुत आँखें तुम्हारी बोलती हैं
बहुत आँखें तुम्हारी बोलती हैं
Dr Archana Gupta
पिता की नियति
पिता की नियति
Prabhudayal Raniwal
🌸हास्य रस घनाक्षरी🌸
🌸हास्य रस घनाक्षरी🌸
Ravi Prakash
प्रेम की अनुपम धारा में कोई कृष्ण बना कोई राधा
प्रेम की अनुपम धारा में कोई कृष्ण बना कोई राधा
सुशील मिश्रा (क्षितिज राज)
हिन्दी दोहे- सलाह
हिन्दी दोहे- सलाह
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
दोहे-
दोहे-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
वतन हमारा है, गीत इसके गाते है।
वतन हमारा है, गीत इसके गाते है।
सत्य कुमार प्रेमी
तार दिल के टूटते हैं, क्या करूँ मैं
तार दिल के टूटते हैं, क्या करूँ मैं
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
लक्ष्य हासिल करना उतना सहज नहीं जितना उसके पूर्ति के लिए अभि
लक्ष्य हासिल करना उतना सहज नहीं जितना उसके पूर्ति के लिए अभि
Nav Lekhika
जीवन को जीवन सा
जीवन को जीवन सा
Dr fauzia Naseem shad
■ ठीक नहीं आसार
■ ठीक नहीं आसार
*Author प्रणय प्रभात*
"वो गुजरा जमाना"
Dr. Kishan tandon kranti
जे जाड़े की रातें (बुंदेली गीत)
जे जाड़े की रातें (बुंदेली गीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
💐Prodigy Love-38💐
💐Prodigy Love-38💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मेरी माँ......
मेरी माँ......
Awadhesh Kumar Singh
मैं हूं आदिवासी
मैं हूं आदिवासी
नेताम आर सी
राम नाम की धूम
राम नाम की धूम
surenderpal vaidya
माँ की याद आती है ?
माँ की याद आती है ?
Tarun Prasad
तेरे संग मैंने
तेरे संग मैंने
लक्ष्मी सिंह
उसकी गली तक
उसकी गली तक
Vishal babu (vishu)
ख़िराज-ए-अक़ीदत
ख़िराज-ए-अक़ीदत
Shekhar Chandra Mitra
#सबक जिंदगी से #
#सबक जिंदगी से #
Ram Babu Mandal
जन्नत चाहिए तो जान लगा दे
जन्नत चाहिए तो जान लगा दे
D.k Math { ਧਨੇਸ਼ }
Loading...