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21 Dec 2022 · 1 min read

■ क़तआ / किरदार

👉 क़तआ / किरदार
【प्रणय प्रभात】
“तेरे किरदार के हैं पहलू दो,
अब यकीं बन चुका है अंदाज़ा।
ख़ास के वास्ते अलग खिड़की,
आम के वास्ते है दरवाज़ा।।”
#प्रभात_प्रणय

Language: Urdu
2 Likes · 230 Views
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