Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Mar 2023 · 1 min read

■ अनुभूत तथ्य…

■ आत्मीयता
एक अलग ही आभास है, जो जादुई सामर्थ्य रखता है। इसकी तुलना थोथी हमदर्दी के साथ कदापि नहीं की जा सकती। आत्मीय सहानुभूति को आत्मा उतनी ही आसानी से परख लेती है, जितनी आसानी से दिखावे की हमदर्दी को।
【प्रणय प्रभात】

1 Like · 85 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.
You may also like:
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Fuzail Sardhanvi
“मेरी कविता का सफरनामा ”
“मेरी कविता का सफरनामा ”
DrLakshman Jha Parimal
■ आज का दोहा
■ आज का दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
विद्या:कविता
विद्या:कविता
rekha mohan
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
जीवन अगर आसान नहीं
जीवन अगर आसान नहीं
Rashmi Mishra
जीवन में ही सहे जाते हैं ।
जीवन में ही सहे जाते हैं ।
Buddha Prakash
पेड़ काट निर्मित किए, घुटन भरे बहु भौन।
पेड़ काट निर्मित किए, घुटन भरे बहु भौन।
विमला महरिया मौज
Jindagi ko dhabba banaa dalti hai
Jindagi ko dhabba banaa dalti hai
Dr.sima
इन वादियों में फिज़ा फिर लौटकर आएगी,
इन वादियों में फिज़ा फिर लौटकर आएगी,
करन मीना ''केसरा''
दर्द
दर्द
Shyam Sundar Subramanian
जहरीले धूप में (कविता )
जहरीले धूप में (कविता )
gpoddarmkg
" पहला खत "
Aarti sirsat
भय भव भंजक
भय भव भंजक
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
आत्मा को ही सुनूँगा
आत्मा को ही सुनूँगा
राहुल द्विवेदी 'स्मित'
मोर छत्तीसगढ़ महतारी हे
मोर छत्तीसगढ़ महतारी हे
Vijay kannauje
"जाग दुखियारे"
Dr. Kishan tandon kranti
रंगरेज कहां है
रंगरेज कहां है
Shiva Awasthi
'ठहरो'
'ठहरो'
Dr. Rajiv
ऐसे इंसानों से नहीं कोई फायदा
ऐसे इंसानों से नहीं कोई फायदा
gurudeenverma198
[06/03, 13:44] Dr.Rambali Mishra: *होलिका दहन*
[06/03, 13:44] Dr.Rambali Mishra: *होलिका दहन*
Rambali Mishra
वो इश्क को हंसी मे
वो इश्क को हंसी मे
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
निर्मोही
निर्मोही
Shekhar Chandra Mitra
*नन्हीं सी गौरिया*
*नन्हीं सी गौरिया*
Shashi kala vyas
💐प्रेम कौतुक-242💐
💐प्रेम कौतुक-242💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
चलते-चलते...
चलते-चलते...
डॉ.सीमा अग्रवाल
मृगतृष्णा
मृगतृष्णा
Pratibha Kumari
क़ीमत
क़ीमत
Dr fauzia Naseem shad
ये गीत और ग़ज़ल ही मेरे बाद रहेंगे,
ये गीत और ग़ज़ल ही मेरे बाद रहेंगे,
सत्य कुमार प्रेमी
*पत्थर तैरे सेतु बनाया (कुछ चौपाइयॉं)*
*पत्थर तैरे सेतु बनाया (कुछ चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
Loading...