Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Oct 2024 · 1 min read

■जे&के■

■जे&के■
विपक्षी त्रिशंकु सरकार बनाने की ओर अग्रसर। अलगाव के मुद्दों की आंच को घाटी ने दी हवा। ठगा दिख रहा जम्मू।
😢😢😢
■प्रणय प्रभात■

Language: Hindi
1 Like · 18 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नादानी
नादानी
Shaily
*मूलत: आध्यात्मिक व्यक्तित्व श्री जितेंद्र कमल आनंद जी*
*मूलत: आध्यात्मिक व्यक्तित्व श्री जितेंद्र कमल आनंद जी*
Ravi Prakash
उत्कंठा का अंत है, अभिलाषा का मौन ।
उत्कंठा का अंत है, अभिलाषा का मौन ।
sushil sarna
अच्छा होगा
अच्छा होगा
Madhuyanka Raj
जिंदगी उधार की, रास्ते पर आ गई है
जिंदगी उधार की, रास्ते पर आ गई है
Smriti Singh
कारगिल विजयदिवस मना रहे हैं
कारगिल विजयदिवस मना रहे हैं
Sonam Puneet Dubey
धड़कनों से सवाल रहता है।
धड़कनों से सवाल रहता है।
Dr fauzia Naseem shad
कुछ खयाल हैं जो,
कुछ खयाल हैं जो,
Manisha Wandhare
हे छंद महालय के स्वामी, हम पर कृपा करो।
हे छंद महालय के स्वामी, हम पर कृपा करो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
दौर ऐसा हैं
दौर ऐसा हैं
SHAMA PARVEEN
4373.*पूर्णिका*
4373.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जय संविधान...✊🇮🇳
जय संविधान...✊🇮🇳
Srishty Bansal
लपेट कर नक़ाब  हर शक्स रोज आता है ।
लपेट कर नक़ाब हर शक्स रोज आता है ।
Ashwini sharma
किताबों में तुम्हारे नाम का मैं ढूँढता हूँ माने
किताबों में तुम्हारे नाम का मैं ढूँढता हूँ माने
आनंद प्रवीण
पिछले पन्ने 7
पिछले पन्ने 7
Paras Nath Jha
नववर्ष।
नववर्ष।
Manisha Manjari
हम सा भी कोई मिल जाए सरेराह चलते,
हम सा भी कोई मिल जाए सरेराह चलते,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मोहब्बत का पैगाम
मोहब्बत का पैगाम
Ritu Asooja
कविता के मीत प्रवासी- से
कविता के मीत प्रवासी- से
प्रो०लक्ष्मीकांत शर्मा
नेता जी
नेता जी
surenderpal vaidya
धरती
धरती
manjula chauhan
तमन्ना पाल रखी थी सबको खुश रखने की
तमन्ना पाल रखी थी सबको खुश रखने की
VINOD CHAUHAN
" आज़ का आदमी "
Chunnu Lal Gupta
"तन्हाई"
Dr. Kishan tandon kranti
শিবকে নিয়ে লেখা কবিতা
শিবকে নিয়ে লেখা কবিতা
Arghyadeep Chakraborty
मेरी दुनिया उजाड़ कर मुझसे वो दूर जाने लगा
मेरी दुनिया उजाड़ कर मुझसे वो दूर जाने लगा
कृष्णकांत गुर्जर
जुदाई की शाम
जुदाई की शाम
Shekhar Chandra Mitra
विकास की जिस सीढ़ी पर
विकास की जिस सीढ़ी पर
Bhupendra Rawat
சிந்தனை
சிந்தனை
Shyam Sundar Subramanian
खूबसूरत है किसी की कहानी का मुख्य किरदार होना
खूबसूरत है किसी की कहानी का मुख्य किरदार होना
पूर्वार्थ
Loading...