Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Feb 2024 · 1 min read

మంత్రాలయము మహా పుణ్య క్షేత్రము

మంత్రాలయము మహా పుణ్య క్షేత్రము
రాఘవేంద్రుని మహా దివ్య క్షేత్రము..

మహిమ గల మందిరము మంత్రాలయము..
భక్తి శక్తి కి నిలయం మంత్రాలయము..
గురు రాయుని బోధనలు మంచి కి మార్గం.
మూల రాముని భజనలు
ముక్తి కి మార్గం.

శాంతి కి నిలయం మన మంత్రాలయము..
మోక్షానికి కి మార్గం మన మంత్రాలయము..
మూల రాముని నిలయం
మంత్రాలయము..
గురు రాయుని సన్నిధి మంత్రాలయము…

రచన
డా. గుండాల విజయ కుమార్

1 Like · 134 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*गुरूर जो तोड़े बानगी अजब गजब शय है*
*गुरूर जो तोड़े बानगी अजब गजब शय है*
sudhir kumar
खत लिखना
खत लिखना
surenderpal vaidya
!! पर्यावरणीय पहल !!
!! पर्यावरणीय पहल !!
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
विश्वपर्यावरण दिवस पर -दोहे
विश्वपर्यावरण दिवस पर -दोहे
डॉक्टर रागिनी
भाई दोज
भाई दोज
Ram Krishan Rastogi
सब भूल गये......
सब भूल गये......
Vishal Prajapati
*शिक्षा-क्षेत्र की अग्रणी व्यक्तित्व शोभा नंदा जी : शत शत नमन*
*शिक्षा-क्षेत्र की अग्रणी व्यक्तित्व शोभा नंदा जी : शत शत नमन*
Ravi Prakash
सोचते होंगे तुम
सोचते होंगे तुम
Dheerja Sharma
आपस की गलतफहमियों को काटते चलो।
आपस की गलतफहमियों को काटते चलो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
माथे पर दुपट्टा लबों पे मुस्कान रखती है
माथे पर दुपट्टा लबों पे मुस्कान रखती है
Keshav kishor Kumar
4102.💐 *पूर्णिका* 💐
4102.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"जरा सुनो तो"
Dr. Kishan tandon kranti
दिल से कह देना कभी किसी और की
दिल से कह देना कभी किसी और की
शेखर सिंह
मानव आधुनिकता की चकाचौंध में अंधा होकर,
मानव आधुनिकता की चकाचौंध में अंधा होकर,
पूर्वार्थ
कुछ और शेर
कुछ और शेर
Shashi Mahajan
पड़ोसी कह रहा था कि अगर उसका नाम
पड़ोसी कह रहा था कि अगर उसका नाम "मुथैया मुरलीधरन" होता, तो व
*प्रणय*
*सत्य की खोज*
*सत्य की खोज*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
जो श्रम में अव्वल निकलेगा
जो श्रम में अव्वल निकलेगा
Anis Shah
चांदनी की झील में प्यार का इज़हार हूँ ।
चांदनी की झील में प्यार का इज़हार हूँ ।
sushil sarna
साल ये अतीत के,,,,
साल ये अतीत के,,,,
Shweta Soni
फुलवा बन आंगन में महको,
फुलवा बन आंगन में महको,
Vindhya Prakash Mishra
इश्क का इंसाफ़।
इश्क का इंसाफ़।
Taj Mohammad
अंधेरे में भी ढूंढ लेंगे तुम्हे।
अंधेरे में भी ढूंढ लेंगे तुम्हे।
Rj Anand Prajapati
नया नया अभी उजाला है।
नया नया अभी उजाला है।
Sachin Mishra
सभी सिखला रहे थे जो सदा सद्धर्म नैतिकता।
सभी सिखला रहे थे जो सदा सद्धर्म नैतिकता।
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
सत्य और सत्ता
सत्य और सत्ता
विजय कुमार अग्रवाल
Let us converse with ourselves a new this day,
Let us converse with ourselves a new this day,
अमित
नमस्कार मित्रो !
नमस्कार मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
बसंत
बसंत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*रेल हादसा*
*रेल हादसा*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...