Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Aug 2024 · 1 min read

ଜାମ୍ୱାଇ

ଜାମ୍ୱାଇ
++++++++++++

ତଥାପି ତୁମେ
ଜାମୱାଇ କରୁଛନ୍ତି
ଶୋଇବା ସହ
ହୁଅନ୍ତୁ ନାହିଁ
ତୁମ ଜାଙ୍ଘରେ
ସେମାନେ ଦଉଡ଼ି ବୁଲାଇବେ
ଦଉଡ଼ି ବାନ୍ଧିବା କ’ଣ?
ମୋତେ ଏହା ପଚାରନ୍ତୁ ନାହିଁ
କାଲି ତୁମ ବେକରେ
ସେହି ଦଉଡ଼ି
ଏହା ଲାଗୁ ହେବ କି?
ହଁ !! ଆପଣଙ୍କ ପାଇଁ
??? ଆସନ୍ତାକାଲି ଫାଶୀ

+ ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର

45 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सत्य = सत ( सच) यह
सत्य = सत ( सच) यह
डॉ० रोहित कौशिक
माँ तुम सचमुच माँ सी हो
माँ तुम सचमुच माँ सी हो
Manju Singh
चाहता हूं
चाहता हूं
इंजी. संजय श्रीवास्तव
अब घोसले से बाहर निकलने को कहते हो
अब घोसले से बाहर निकलने को कहते हो
Trishika S Dhara
जब तक जेब में पैसो की गर्मी थी
जब तक जेब में पैसो की गर्मी थी
Sonit Parjapati
वो आइने भी हर रोज़ उसके तसव्वुर में खोए रहते हैं,
वो आइने भी हर रोज़ उसके तसव्वुर में खोए रहते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तुम्हारी बेवफाई देखकर अच्छा लगा
तुम्हारी बेवफाई देखकर अच्छा लगा
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
बुर्जुर्ग सुरक्षित कैसे हों।
बुर्जुर्ग सुरक्षित कैसे हों।
manorath maharaj
4281.💐 *पूर्णिका* 💐
4281.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
#हिंदी_ग़ज़ल
#हिंदी_ग़ज़ल
*प्रणय प्रभात*
सच्ची  मौत
सच्ची मौत
sushil sarna
पूर्णिमा की चाँदनी.....
पूर्णिमा की चाँदनी.....
Awadhesh Kumar Singh
कैसी निःशब्दता
कैसी निःशब्दता
Dr fauzia Naseem shad
हसरतें पाल लो, चाहे जितनी, कोई बंदिश थोड़े है,
हसरतें पाल लो, चाहे जितनी, कोई बंदिश थोड़े है,
Mahender Singh
वो बेजुबान कितने काम आया
वो बेजुबान कितने काम आया
Deepika Kishori
जब उम्र कुछ कर गुजरने की होती है
जब उम्र कुछ कर गुजरने की होती है
Harminder Kaur
हमेशा कोई जगह खाली नहीं रहती,
हमेशा कोई जगह खाली नहीं रहती,
Manju sagar
.......शेखर सिंह
.......शेखर सिंह
शेखर सिंह
सीख
सीख
Sanjay ' शून्य'
मशाल
मशाल
नेताम आर सी
चार लोगों के चक्कर में, खुद को ना ढालो|
चार लोगों के चक्कर में, खुद को ना ढालो|
Sakshi Singh
दिल  किसी का  दुखाना नही चाहिए
दिल किसी का दुखाना नही चाहिए
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मुक्तक
मुक्तक
डॉक्टर रागिनी
नव वर्ष आया हैं , सुख-समृद्धि लाया हैं
नव वर्ष आया हैं , सुख-समृद्धि लाया हैं
Raju Gajbhiye
" गच्चा "
Dr. Kishan tandon kranti
*नारी को है सम्मान जहॉं, वह धरती स्वर्ग-समान है (राधेश्यामी
*नारी को है सम्मान जहॉं, वह धरती स्वर्ग-समान है (राधेश्यामी
Ravi Prakash
खुश हो लेता है उतना एक ग़रीब भी,
खुश हो लेता है उतना एक ग़रीब भी,
Ajit Kumar "Karn"
*प्रेम कविताएं*
*प्रेम कविताएं*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
"" *श्रीमद्भगवद्गीता* ""
सुनीलानंद महंत
मेरी तकलीफ़ पे तुझको भी रोना चाहिए।
मेरी तकलीफ़ पे तुझको भी रोना चाहिए।
पूर्वार्थ
Loading...