Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Aug 2024 · 1 min read

ଆତ୍ମବିଶ୍ୱାସ ସହ ବଞ୍ଚନ୍ତୁ

ଆପଣ ନିଜ ଜୀବନରେ ଯାହା ଚାହୁଁଛନ୍ତି
ହଜିଯାଇପାରେ
କିନ୍ତୁ
କେବଳ ଆପଣଙ୍କ ଆତ୍ମବିଶ୍ୱାସ
ଏଠାରୁ ବାହାରକୁ ଯାଆନ୍ତୁ ନାହିଁ
ଯଦି ଆପଣ ଏହାକୁ ସେମିତି ହାରିଯାଆନ୍ତି
ଜୀବନ ବଞ୍ଚାଇବାରେ
ବିନା ଅର୍ଥରେ ଚାଲିବ
ଆମେ କ’ଣ ପାଇଁ ବଞ୍ଚୁଛୁ?
ସେହି ପ୍ରତି-ପ୍ରଶ୍ନ ଆସିବାକୁ ଦିଅନ୍ତୁ
ଯେହେତୁ
ଜୀବନ ହେଉଛି ସେହି ଜୀବନ
ଯାହାକୁ ଆମେ ସ୍ୱପ୍ନ ଦେଖୁ ଏବଂ
ନିର୍ଦ୍ଧାରିତ ଅନୁଯାୟୀ ଅଭିଳାଷ
ବଞ୍ଚିବା ଜରୁରୀ
ଆମେ ଏଥିରେ କେମିତି ବଞ୍ଚିବୁ?
ଅତ୍ୟନ୍ତ ଗୁରୁତ୍ୱପୂର୍ଣ୍ଣ
ତେଣୁ କେବଳ ନିଜ ଜୀବନରେ ଆଶା ହରାଇବେ ନାହିଁ
ଏହା ଆପଣଙ୍କ ଜୀବନକୁ ଶୂନ୍ୟରେ ଅଟକାଇଦେବ …..
ତେଣୁ ଆଶା
ପ୍ରତିଦିନ
ବଞ୍ଚିବା ପାଇଁ ଚେଷ୍ଟା କରନ୍ତୁ

+ ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର

41 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

शराफत नहीं अच्छी
शराफत नहीं अच्छी
VINOD CHAUHAN
*रखो हमेशा इस दुनिया से, चलने की तैयारी (गीत)*
*रखो हमेशा इस दुनिया से, चलने की तैयारी (गीत)*
Ravi Prakash
देवघर यानी वैद्यनाथजी
देवघर यानी वैद्यनाथजी
श्रीहर्ष आचार्य
पिता के प्रति श्रद्धा- सुमन
पिता के प्रति श्रद्धा- सुमन
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
ग्रुप एडमिन की परीक्षा प्रारंभ होने वाली है (प्रधानाचार्य इस
ग्रुप एडमिन की परीक्षा प्रारंभ होने वाली है (प्रधानाचार्य इस
Ashwini sharma
संघर्ष पथ का मैं दीपक
संघर्ष पथ का मैं दीपक
पं अंजू पांडेय अश्रु
दिव्य भाव
दिव्य भाव
Rambali Mishra
**** मानव जन धरती पर खेल खिलौना ****
**** मानव जन धरती पर खेल खिलौना ****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
.
.
*प्रणय*
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - १)
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - १)
Kanchan Khanna
लोककवि रामचरन गुप्त का लोक-काव्य +डॉ. वेदप्रकाश ‘अमिताभ ’
लोककवि रामचरन गुप्त का लोक-काव्य +डॉ. वेदप्रकाश ‘अमिताभ ’
कवि रमेशराज
अकड़ाई
अकड़ाई
उमेश बैरवा
आज दिल कुछ उदास सा है,
आज दिल कुछ उदास सा है,
Manisha Wandhare
सुख-दुख का साथी
सुख-दुख का साथी
Sudhir srivastava
दिलाओ याद मत अब मुझको, गुजरा मेरा अतीत तुम
दिलाओ याद मत अब मुझको, गुजरा मेरा अतीत तुम
gurudeenverma198
World stroke day
World stroke day
Tushar Jagawat
मेरे हिस्से जब कभी शीशे का घर आता है...
मेरे हिस्से जब कभी शीशे का घर आता है...
sushil yadav
न ढूंढ़ मेरा किरदार दुनियां की भीड़ में..
न ढूंढ़ मेरा किरदार दुनियां की भीड़ में..
पूर्वार्थ
" गुनाह "
Dr. Kishan tandon kranti
मेरी बेटी बड़ी हो गई,
मेरी बेटी बड़ी हो गई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कैसे मैं प्रणय गीत लिख जाऊँ?
कैसे मैं प्रणय गीत लिख जाऊँ?
कुमार अविनाश 'केसर'
पंख पतंगे के मिले,
पंख पतंगे के मिले,
sushil sarna
तुम गए कहाँ हो 
तुम गए कहाँ हो 
Amrita Shukla
ख्यालों के महफ़िलों में एक सपना देखा था,
ख्यालों के महफ़िलों में एक सपना देखा था,
Chaahat
लड़ने को तो होती नहीं लश्कर की ज़रूरत
लड़ने को तो होती नहीं लश्कर की ज़रूरत
अंसार एटवी
हम खुद में घूमते रहे बाहर न आ सके
हम खुद में घूमते रहे बाहर न आ सके
Dr Archana Gupta
#मैत्री
#मैत्री
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
फरेबी इंसान
फरेबी इंसान
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
4130.💐 *पूर्णिका* 💐
4130.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...