Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Dec 2022 · 1 min read

ਇਸ਼ਕ਼ ਨੂੰ ਮਹਿਸੂਸ ਕਰਦਿਆਂ

ਇਸ਼ਕ ਨੂੰ ਮਹਿਸੂਸ ਕਰਦਿਆਂ,ਇਬਾਦਤ ਤਾਂ ਕਰ।
ਆਪਣੇ ਆਪ ਨਾਲ ਪਰ ਕੁਝ, ਮੁਹੱਬਤ ਤਾਂ ਕਰ।

ਜ਼ਰੂਰੀ ਨਹੀਂ ਹਰ ਥਾਂ ਮਿਲ ਜਾਣ ਤੈਨੂੰ ਦੁਸ਼ਮਣ
ਦੁਸ਼ਮਣ ਲੱਭਣ ਲਈ, ਦੋਸਤਾਂ ਦੀ ਸੋਹਬਤ ਤਾਂ ਕਰ।

ਕਿੰਨਾ ਦੂਰ ਹੈ ਕੋਈ ਤੇ ਕਿੰਨਾ ਕੁ ਹੈ ਤੇਰੇ ਨੇੜੇ
ਦੂਰ ਰਹਿੰਦਿਆਂ ਹੋਇਆਂ ਤੂੰ ਥੋੜ੍ਹੀ ਕੁਰਬਤ ਤਾਂ ਕਰ।

ਹੱਸਣ ਲਈ ਜ਼ਰੂਰੀ ਨਹੀਂ ,ਬੁਲਾਂ ਉੱਤੇ ਹੋਣ ਹਾਸੇ
ਇੱਕ ਵਾਰ ਪੂਰਾ ਟੁੱਟ ਕੇ,ਕਿਤੇ ਉਲਫ਼ਤ ਤਾਂ ਕਰ।

ਚਾਹੁੰਦੈਂ ਜੇ ਹੋਵੇ ਸਵੱਲੀ ਨਜ਼ਰ,ਮਾਲਕ ਦੀ ਤੇਰੇ ਤੇ
ਪਾਕ ਸਾਫ਼ ਆਪਣੀ ਤੂੰ, ਸ਼ਖ਼ਸੀਅਤ ਤਾਂ ਕਰ।

ਸੁਰਿੰਦਰ ਕੋਰ

Language: Punjabi
53 Views
You may also like:
डर डर के उड़ रहे पंछी
डर डर के उड़ रहे पंछी
डॉ. शिव लहरी
मन मंदिर के कोने से
मन मंदिर के कोने से
Tarun Prasad
आग उगलती मेरी क़लम
आग उगलती मेरी क़लम
Shekhar Chandra Mitra
💐 Prodigy Love-10💐
💐 Prodigy Love-10💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
परिपक्वता (maturity) को मापने के लिए उम्र का पैमाना (scale)
परिपक्वता (maturity) को मापने के लिए उम्र का पैमाना (scale)
Seema Verma
संघर्षों के राहों में हम
संघर्षों के राहों में हम
कवि दीपक बवेजा
पी रहे ग़म के जाम आदमी
पी रहे ग़म के जाम आदमी
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*मरने से पहले अर्थी पर, जाने कितना सोना है (हिंदी गजल/ गीतिका)*
*मरने से पहले अर्थी पर, जाने कितना सोना है (हिंदी गजल/ गीतिका)*
Ravi Prakash
मैं तेरे अहसानों से ऊबर भी  जाऊ
मैं तेरे अहसानों से ऊबर भी जाऊ
Swami Ganganiya
जिसका प्रथम कर्तव्य है जनसेवा नाम है भुनेश्वर सिन्हा,युवा प्रेरणा स्त्रोत भुनेश्वर सिन्हा
जिसका प्रथम कर्तव्य है जनसेवा नाम है भुनेश्वर सिन्हा,युवा प्रेरणा स्त्रोत भुनेश्वर सिन्हा
Bramhastra sahityapedia
ज़िन्दगी का सफ़र
ज़िन्दगी का सफ़र
Sidhartha Mishra
आत्मसम्मान
आत्मसम्मान
Versha Varshney
फूल सी तुम हो
फूल सी तुम हो
Bodhisatva kastooriya
गुजारे गए कुछ खुशी के पल,
गुजारे गए कुछ खुशी के पल,
Arun B Jain
उलझनें हैं तभी तो तंग, विवश और नीची  हैं उड़ाने,
उलझनें हैं तभी तो तंग, विवश और नीची हैं उड़ाने,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
कभी कभी ये पलकें भी
कभी कभी ये पलकें भी
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
"दौर"
Dr. Kishan tandon kranti
★गैर★
★गैर★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
मेरी माँ तू प्यारी माँ
मेरी माँ तू प्यारी माँ
Vishnu Prasad 'panchotiya'
अपने योग्यता पर घमंड होना कुछ हद तक अच्छा है,
अपने योग्यता पर घमंड होना कुछ हद तक अच्छा है,
Aditya Prakash
रिश्तो मे गलतफ़हमी
रिश्तो मे गलतफ़हमी
Anamika Singh
सफ़र है बाकी (संघर्ष की कविता)
सफ़र है बाकी (संघर्ष की कविता)
Dr. Kishan Karigar
कैसे कह दूं पंडित हूँ
कैसे कह दूं पंडित हूँ
Satish Srijan
मेरी बात अलग
मेरी बात अलग
Surinder blackpen
मौत की आड़ में
मौत की आड़ में
Dr fauzia Naseem shad
■ आज का मुक्तक
■ आज का मुक्तक
*Author प्रणय प्रभात*
सहन करो या दफन करो
सहन करो या दफन करो
goutam shaw
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
"आत्म-मन्थन"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
Loading...