Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jul 2016 · 1 min read

ज़िन्दगी को मनाओ खुशी की तरह— गज़ल

ज़िन्दगी को मनाओ खुशी की तरह
झेलो’ गम को जरा दिल्लगी की तरह

कुछ इनायते’ मिली कुछ जलालत सही
वक्त आया गया रोशनी की तरह

रोज चलता रहा बोझ ढोता रहा
और तपता रहा दुपहरी की तरह

उसके’ दिल मे तो’ विष ही भरा होता’ है
बात होती मगर चाश्नी की तरह

ज़िन्दगी गांव मे औरतों की भी क्या
मर्द पीटे उसे ओखली की तरह

वादा अच्छे दिनों का कहाँ खो गया
लोग भूखे दुखी भुखमरी की तरह्

गांव के दूध का स्वाद भी याद है
अब न मिट्टी की’ उस काढनी की तरह

वक्त की मार सहते हुये जी लिया
रोज बजता रहा ढोलकी की तरह

जान बच्चे हैं’ मेरी वो ही ज़िन्दगी
वो सहारा मे’रा हैं छडी की तरह्

3 Comments · 490 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मौन भी क्यों गलत ?
मौन भी क्यों गलत ?
Saraswati Bajpai
दिल का भी क्या कसूर है
दिल का भी क्या कसूर है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अंधा बांटे रेबड़ी, फिर फिर अपनों के देवे – कहावत/ DR. MUSAFIR BAITHA
अंधा बांटे रेबड़ी, फिर फिर अपनों के देवे – कहावत/ DR. MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
" मीनू की परछाई रानू "
Dr Meenu Poonia
तुम जख्म देती हो; हम मरहम लगाते हैं
तुम जख्म देती हो; हम मरहम लगाते हैं
डॉ.श्री रमण 'श्रीपद्'
राम है अमोघ शक्ति
राम है अमोघ शक्ति
Kaushal Kumar Pandey आस
होली
होली
Dr. Kishan Karigar
अजब मुहब्बत
अजब मुहब्बत
shabina. Naaz
🤔कौन हो तुम.....🤔
🤔कौन हो तुम.....🤔
सुरेश अजगल्ले"इंद्र"
चिट्ठी का जमाना और अध्यापक
चिट्ठी का जमाना और अध्यापक
Mahender Singh
कितनी सलाखें,
कितनी सलाखें,
Surinder blackpen
प्यार -ए- इतिहास
प्यार -ए- इतिहास
Nishant prakhar
थोड़ा प्रयास कर समस्या का समाधान स्वयं ढ़ुंढ़ लेने से समस्या
थोड़ा प्रयास कर समस्या का समाधान स्वयं ढ़ुंढ़ लेने से समस्या
Paras Nath Jha
"सबसे बढ़कर"
Dr. Kishan tandon kranti
सफर में उनके कदम चाहते है।
सफर में उनके कदम चाहते है।
Taj Mohammad
जब तक ईश्वर की इच्छा शक्ति न हो तब तक कोई भी व्यक्ति अपनी पह
जब तक ईश्वर की इच्छा शक्ति न हो तब तक कोई भी व्यक्ति अपनी पह
Shashi kala vyas
✍️मेरे अंतर्मन के गदर में..✍️
✍️मेरे अंतर्मन के गदर में..✍️
'अशांत' शेखर
सुना था हमने, इश्क़ बेवफ़ाई का नाम है
सुना था हमने, इश्क़ बेवफ़ाई का नाम है
N.ksahu0007@writer
हां....वो बदल गया
हां....वो बदल गया
Neeraj Agarwal
कुछ तो है
कुछ तो है
मानक लाल मनु
जीवन में ही सहे जाते हैं ।
जीवन में ही सहे जाते हैं ।
Buddha Prakash
अपने वजूद में
अपने वजूद में
Dr fauzia Naseem shad
गीत-2 ( स्वामी विवेकानंद जी)
गीत-2 ( स्वामी विवेकानंद जी)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
लड़ाकू विमान और बेटियां
लड़ाकू विमान और बेटियां
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
हिंदी
हिंदी
पंकज कुमार कर्ण
#साहित्यपीडिया
#साहित्यपीडिया
*Author प्रणय प्रभात*
गीतिका/ग़ज़ल
गीतिका/ग़ज़ल
लक्ष्मीकान्त शर्मा 'रुद्र'
जीवन की बेल पर, सभी फल मीठे नहीं होते
जीवन की बेल पर, सभी फल मीठे नहीं होते
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"शिवाजी गुरु समर्थ रामदास स्वामी"✨
Pravesh Shinde
नदी की तीव्र धारा है चले आओ चले आओ।
नदी की तीव्र धारा है चले आओ चले आओ।
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
Loading...