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10 Aug 2021 · 1 min read

ज़िगर में प्यास बाकी है

अभी तो संग चलने का बहुत एहसास बाकी है,
सांसे रुक नही सकती जब तक साथ बाकी है।
कदम जल्दी उठे फिर से यही फरियाद है मेरी,
तेरे संग वक्त ये गुज़रे ज़िगर में प्यास बाकी है।

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 131 Views
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