Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jul 2016 · 1 min read

ग़ज़ल

सपना भी रुचिकर हो जाता,
गर उसका दिल घर हो जाता \1\
*
सबके दुख जो खुद सहले वो,
दुनियां में ईश्वर हो जाता\2\
*
झूठी बात लगे सब अच्छी ,
सच बोले नश्तर हो जाता\3 \
*
गर वो छू लेता पांवो को ,
ऊँचा उसका सर हो जाता \4\
*
यदि वो हंस पड़ती होले से,
मेरा भी कम डर हो जाता \5\
*
नीचा कर लेता वो सर को,
या फिर ऊँचा दर हो जाता \6\
*
जो पूजे नित मात पिता को ,
मन उसका मन्दिर हो जाता \7\
**
रामकिशोर उपाध्याय

6 Comments · 341 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
You may also like:
मदिरा रानी तुम्हें नमन।
मदिरा रानी तुम्हें नमन।
Satish Srijan
शिव की बनी रहे आप पर छाया
शिव की बनी रहे आप पर छाया
Shubham Pandey (S P)
जनता की दुर्गति
जनता की दुर्गति
Shekhar Chandra Mitra
श्रावण गीत
श्रावण गीत
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कल रहूॅं-ना रहूॅं..
कल रहूॅं-ना रहूॅं..
पंकज कुमार कर्ण
जज़्बात-ए-दिल
जज़्बात-ए-दिल
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
जीवन-दाता
जीवन-दाता
Prabhudayal Raniwal
फूल ही फूल
फूल ही फूल
shabina. Naaz
मां
मां
Ankita Patel
मेरा गांव
मेरा गांव
Anil "Aadarsh"
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Jitendra Kumar Noor
शक्कर में ही घोलिए,
शक्कर में ही घोलिए,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
औरत तेरी गाथा
औरत तेरी गाथा
विजय कुमार अग्रवाल
सौ बरस की जिंदगी.....
सौ बरस की जिंदगी.....
Harminder Kaur
परिपक्वता (maturity) को मापने के लिए उम्र का पैमाना (scale)
परिपक्वता (maturity) को मापने के लिए उम्र का पैमाना (scale)
Seema Verma
भरी महफिल
भरी महफिल
Vandna thakur
हर लम्हा तुम्हें
हर लम्हा तुम्हें
Dr fauzia Naseem shad
होली
होली
Dr Archana Gupta
चली पुजारन...
चली पुजारन...
डॉ.सीमा अग्रवाल
कलाकार
कलाकार
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
इक वहम चाहते हैं।
इक वहम चाहते हैं।
Taj Mohammad
उस दिन पर लानत भेजता  हूं,
उस दिन पर लानत भेजता हूं,
Vishal babu (vishu)
Rose
Rose
Seema 'Tu hai na'
*महाराज श्री अग्रसेन को, सौ-सौ बार प्रणाम है  【गीत】*
*महाराज श्री अग्रसेन को, सौ-सौ बार प्रणाम है 【गीत】*
Ravi Prakash
💐प्रेम कौतुक-511💐
💐प्रेम कौतुक-511💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
" मुशाफिर हूँ "
Pushpraj Anant
■ साल की समीक्षा
■ साल की समीक्षा
*Author प्रणय प्रभात*
आप सभी को रक्षाबंधन के इस पावन पवित्र उत्सव का उरतल की गहराइ
आप सभी को रक्षाबंधन के इस पावन पवित्र उत्सव का उरतल की गहराइ
संजीव शुक्ल 'सचिन'
बृद्धाश्रम विचार गलत नहीं है, यदि संस्कृति और वंश को विकसित
बृद्धाश्रम विचार गलत नहीं है, यदि संस्कृति और वंश को विकसित
Sanjay ' शून्य'
नसीब
नसीब
Buddha Prakash
Loading...