Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 May 2023 · 1 min read

हौसला

हौसला ही तय करेगा, फासला प्रारंभ से।
निष्ठ होना नित्य चलना, शून्य से आरंभ से।।
कौन कहता है कि, छू नहीं सकते गगन।
हो समर्पण लक्ष्य में, बाज जैसी हो लगन ।।

Language: Hindi
1 Like · 75 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ज़िंदगी थी कहां
ज़िंदगी थी कहां
Dr fauzia Naseem shad
चुन लेना राह से काँटे
चुन लेना राह से काँटे
Kavita Chouhan
तुम्हारी हँसी......!
तुम्हारी हँसी......!
Awadhesh Kumar Singh
जो गर्मी शीत वर्षा में भी सातों दिन कमाता था।
जो गर्मी शीत वर्षा में भी सातों दिन कमाता था।
सत्य कुमार प्रेमी
मुखर तुम्हारा मौन (गीत)
मुखर तुम्हारा मौन (गीत)
Ravi Prakash
विसर्जन गीत
विसर्जन गीत
Shiva Awasthi
जीवन बरगद कीजिए
जीवन बरगद कीजिए
Mahendra Narayan
💐Prodigy Love-39💐
💐Prodigy Love-39💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
🌷🧑‍⚖️हिंदी इन माय इंट्रो🧑‍⚖️⚘️
🌷🧑‍⚖️हिंदी इन माय इंट्रो🧑‍⚖️⚘️
Ms.Ankit Halke jha
■ आज का शेर...
■ आज का शेर...
*Author प्रणय प्रभात*
फुटपाथों पर लोग रहेंगे
फुटपाथों पर लोग रहेंगे
Chunnu Lal Gupta
अन्नदाता,तू परेशान क्यों है...?
अन्नदाता,तू परेशान क्यों है...?
मनोज कर्ण
समय बड़ा बलवान है भैया,जो न इसके साथ चले
समय बड़ा बलवान है भैया,जो न इसके साथ चले
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ए बदरी
ए बदरी
Dhirendra Panchal
वे वजह हम ने तमीज सीखी .
वे वजह हम ने तमीज सीखी .
Sandeep Mishra
मुस्कुराकर देखिए /
मुस्कुराकर देखिए /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
प्रकृति और कोरोना की कहानी मेरी जुबानी
प्रकृति और कोरोना की कहानी मेरी जुबानी
Anamika Singh
हकीकत से रूबरू
हकीकत से रूबरू
कवि दीपक बवेजा
सबकुछ बदल गया है।
सबकुछ बदल गया है।
Taj Mohammad
मचल रहा है दिल,इसे समझाओ
मचल रहा है दिल,इसे समझाओ
Ram Krishan Rastogi
ONR WAY LOVE
ONR WAY LOVE
Sneha Deepti Singh
इंसान
इंसान
Vandna thakur
उन माँ बाप को भूला दिया
उन माँ बाप को भूला दिया
gurudeenverma198
मुहब्बत
मुहब्बत
Buddha Prakash
कुछ अपने रूठे,कुछ सपने टूटे,कुछ ख़्वाब अधूरे रहे गए,
कुछ अपने रूठे,कुछ सपने टूटे,कुछ ख़्वाब अधूरे रहे गए,
Vishal babu (vishu)
मैं भूत हूँ, भविष्य हूँ,
मैं भूत हूँ, भविष्य हूँ,
Harminder Kaur
✍️बदल रहा है कुछ कुछ✍️
✍️बदल रहा है कुछ कुछ✍️
'अशांत' शेखर
कुछ ना करना , कुछ करने से बहुत महंगा हैं
कुछ ना करना , कुछ करने से बहुत महंगा हैं
J_Kay Chhonkar
कुछ काम करो , कुछ काम करो
कुछ काम करो , कुछ काम करो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
प्रिय
प्रिय
The_dk_poetry
Loading...