Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Feb 2023 · 1 min read

हो जाओ तुम किसी और के ये हमें मंजूर नहीं है,

हो जाओ तुम किसी और के ये हमें मंजूर नहीं है,
हो जाए हम आपके ऐसा कुदरत का दस्तूर नहीं है।

4 Likes · 75 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.
You may also like:
जमाने की साजिशों के आगे हम मोन खड़े हैं
जमाने की साजिशों के आगे हम मोन खड़े हैं
कवि दीपक बवेजा
💐अज्ञात के प्रति-67💐
💐अज्ञात के प्रति-67💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Pyari dosti
Pyari dosti
Samar babu
No one in this world can break your confidence or heart unle
No one in this world can break your confidence or heart unle
Nav Lekhika
जब कभी  मिलने आओगे
जब कभी मिलने आओगे
Dr Manju Saini
समझौता
समझौता
Dr.Priya Soni Khare
"When the storms of life come crashing down, we cannot contr
Manisha Manjari
हे मृत्यु तैयार यदि तू आने को प्रसन्न मुख आ द्वार खुला है,
हे मृत्यु तैयार यदि तू आने को प्रसन्न मुख आ द्वार खुला है,
Vishal babu (vishu)
हैप्पी होली
हैप्पी होली
Satish Srijan
*उधार का चक्कर (हास्य व्यंग्य)*
*उधार का चक्कर (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
जीवन
जीवन
नन्दलाल सुथार "राही"
सफ़र
सफ़र
Shyam Sundar Subramanian
त्रिया चरित्र
त्रिया चरित्र
Rakesh Bahanwal
बिछड़ जाता है
बिछड़ जाता है
Dr fauzia Naseem shad
लाश लिए फिरता हूं
लाश लिए फिरता हूं
Ravi Ghayal
कुछ मुक्तक...
कुछ मुक्तक...
डॉ.सीमा अग्रवाल
ऑनलाईन शॉपिंग।
ऑनलाईन शॉपिंग।
लक्ष्मी सिंह
मेरा फलसफा
मेरा फलसफा
umesh mehra
बलिदानी सिपाही
बलिदानी सिपाही
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
एक कप कड़क चाय.....
एक कप कड़क चाय.....
Santosh Soni
दोहा-
दोहा-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
नयी भोर का स्वप्न
नयी भोर का स्वप्न
Arti Bhadauria
"तानाशाही"
*Author प्रणय प्रभात*
शिर्डी के साईं बाबा
शिर्डी के साईं बाबा
Sidhartha Mishra
'सरदार' पटेल
'सरदार' पटेल
Vishnu Prasad 'panchotiya'
पेड़ से कौन बाते करता है ।
पेड़ से कौन बाते करता है ।
Buddha Prakash
प्रेम की परिभाषा
प्रेम की परिभाषा
Shivkumar Bilagrami
अनगढ आवारा पत्थर
अनगढ आवारा पत्थर
Mr. Rajesh Lathwal Chirana
ग़ज़ल - ख़्वाब मेरा
ग़ज़ल - ख़्वाब मेरा
Mahendra Narayan
पेड़ लगाए पास में, धरा बनाए खास
पेड़ लगाए पास में, धरा बनाए खास
जगदीश लववंशी
Loading...