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17 Jul 2024 · 1 min read

*होते यदि राजा-महाराज, तो फिर वैभव वह दिखलाते (राधेश्यामी छं

होते यदि राजा-महाराज, तो फिर वैभव वह दिखलाते (राधेश्यामी छंद)
_________________________
होते यदि राजा-महाराज, तो फिर वैभव वह दिखलाते
उनके विवाह के समारोह, महॅंगे तब अद्भुत कहलाते
सब धनकुबेर पानी भरते, उनके मुकुटों के क्या कहने
उनके परिधान अलौकिक थे, उनके जैसे किस पर गहने
—————————————-
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

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