Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Mar 2023 · 1 min read

*हे अष्टभुजधारी तुम्हें, मॉं बार-बार प्रणाम है (मुक्तक)*

हे अष्टभुजधारी तुम्हें, मॉं बार-बार प्रणाम है (मुक्तक)
➖➖➖➖➖➖➖➖
ऊॅंचे पहाड़ों पर तुम्हारा, मॉं सदा शुभ धाम है
दुर्गा उमा कात्यायनी, काली तुम्हारा नाम है
तुम सिंह को वश में किए, उस पर सवारी कर रहीं
हे अष्टभुजधारी तुम्हें, मॉं बार-बार प्रणाम है
➖➖➖➖➖➖➖➖
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

186 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
*हमें सहारा सिर्फ तुम्हारा,हे मोहन घनश्याम 【भक्ति गीत】*
*हमें सहारा सिर्फ तुम्हारा,हे मोहन घनश्याम 【भक्ति गीत】*
Ravi Prakash
तुम हमें तन्हा कर गए
तुम हमें तन्हा कर गए
Anamika Singh
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
आप आज शासक हैं
आप आज शासक हैं
DrLakshman Jha Parimal
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
शेर
शेर
Monika Verma
श्वान
श्वान
लक्ष्मी सिंह
ऐसी सोच क्यों ?
ऐसी सोच क्यों ?
Deepak Kohli
अद्यावधि शिक्षा मां अनन्तपर्यन्तं नयति।
अद्यावधि शिक्षा मां अनन्तपर्यन्तं नयति।
शक्ति राव मणि
दोस्ती और कर्ण
दोस्ती और कर्ण
मनोज कर्ण
दुल्हन जब तुमको मैं, अपनी बनाऊंगा
दुल्हन जब तुमको मैं, अपनी बनाऊंगा
gurudeenverma198
प्यार झूठा
प्यार झूठा
Alok Kumar Vaid
Kbhi kbhi lagta h ki log hmara fayda uthate hai.
Kbhi kbhi lagta h ki log hmara fayda uthate hai.
Sakshi Tripathi
कोशिश पर लिखे अशआर
कोशिश पर लिखे अशआर
Dr fauzia Naseem shad
■ एक नारा, एक दोहा-
■ एक नारा, एक दोहा-
*Author प्रणय प्रभात*
घर
घर
Sushil chauhan
व्यथा पेड़ की
व्यथा पेड़ की
विजय कुमार अग्रवाल
मां की याद आती है🧑‍💻
मां की याद आती है🧑‍💻
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
पिता का साथ जीत है।
पिता का साथ जीत है।
Taj Mohammad
जाएं तो कहां?
जाएं तो कहां?
Shekhar Chandra Mitra
(10) मैं महासागर हूँ !
(10) मैं महासागर हूँ !
Kishore Nigam
आज होगा नहीं तो कल होगा
आज होगा नहीं तो कल होगा
Shweta Soni
शांति अमृत
शांति अमृत
Buddha Prakash
कैसे बताऊं,मेरे कौन हो तुम
कैसे बताऊं,मेरे कौन हो तुम
Ram Krishan Rastogi
दोहे ( किसान के )
दोहे ( किसान के )
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
तेरे नाम पर बेटी
तेरे नाम पर बेटी
Satish Srijan
फक़त हर पल दूसरों को ही,
फक़त हर पल दूसरों को ही,
Aksharjeet Ingole
इंसानियत का कत्ल
इंसानियत का कत्ल
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
उबारो हे शंकर !
उबारो हे शंकर !
Shailendra Aseem
【7】** हाथी राजा **
【7】** हाथी राजा **
Arise DGRJ (Khaimsingh Saini)
Loading...