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10 Feb 2023 · 1 min read

हूँ इंसा एक मामूली,

हूँ इंसा एक मामूली,
सब्र की है कमी मुझमें।
मुकर्रर कर दो वो साअत,
तेरा दीदार कब होगा।

सतीश सृजन

1 Like · 110 Views
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