Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Aug 2021 · 1 min read

हुँकार

कुसुम हूँ या दावानल हूँ
महाकाव्यों का सार हूँ मैं
जगत का प्रस्फुटित कली हूँ
जनमानस का कल्याण हूँ मैं

वात्सल्य छत्रछाया व्योम का
विप्लव पतझड़ हूँ मैं
नूतन सारंभ उन पयोधर का
मधुमास द्विज हूँ मैं

क्षणभंगुर नश्वर मंजूल काया
नवागंतुक मुकुल चेतना हूँ मैं
अचिन्त्य रंगीले स्वप्न
रत्नगर्भा का संसार हूँ मैं

श्रीहीन का करुण वेदना
क्षुधा का खिदमत हूँ मैं
अवसाद का है हाहाकार
निराश्रय का शमशीर हूँ मैं

अनुराग प्रकृति पुजारिन
सरिता पुनीत धारा हूँ मैं
सलिल – समीर – क्षिति चर
सुरभि सविता सिंधु हूँ मैं

अभंजित अचल अविनाशी
गिरिराज हिमालय हूँ मैं
सिंधु – गंगा – ब्रह्मपुत्र उद्गम
महार्णव का समागम हूँ मैं

व्यथा हूँ , उलझन हूँ , इंतकाल हूँ
दिव्यधाम भू-धरा हूँ मैं
किंचित माहुर उस भुजंग की
अमृतेश्वर का रसपान हूँ मैं

रश्मि चिराग रम्य उर की
मदन आदित्य नग हूँ मैं
मत पूछ मेरे रुदन हृदय की
अतुल चक्षुजल हूँ मैं

मत खोज तिमिर आगंतुक को
उसी का अविसार हूँ मैं
जन्म – आजन्म के भंवर से
अंतरात्मा का आधार हूँ मैं

जगदीश का फितरत महिमा
कुदरत का कलित हूँ मैं
मधुऋतु अपार सौंदर्य
ऋजुरोहित सप्तरंग हूँ मैं

स्वतंत्र हूँ , जद हूँ , श्रृंगार हूँ
नभ का उड़ता परिंदा हूँ मैं
प्रलय – महाप्रलय समर का
शंखनाद का हुँकार हूँ मैं

Language: Hindi
Tag: कविता
160 Views
You may also like:
बदला सा......
बदला सा......
Kavita Chouhan
"एल्बम"
Dr. Kishan tandon kranti
होली...
होली...
Aadarsh Dubey
तुम्हारे सिवा और दिल में नहीं
तुम्हारे सिवा और दिल में नहीं
gurudeenverma198
दिखती  है  व्यवहार  में ,ये बात बहुत स्पष्ट
दिखती है व्यवहार में ,ये बात बहुत स्पष्ट
Dr Archana Gupta
Writing Challenge- जानवर (Animal)
Writing Challenge- जानवर (Animal)
Sahityapedia
ज़ख्म सिल दो मेरा
ज़ख्म सिल दो मेरा
Surinder blackpen
दीवानों की बातें दीवानी, होती है।
दीवानों की बातें दीवानी, होती है।
Taj Mohammad
"भीमसार"
Dushyant Kumar
आस्तीक भाग -नौ
आस्तीक भाग -नौ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
उम्मीद का दिया जलाए रखो
उम्मीद का दिया जलाए रखो
Kapil rani (vocational teacher in haryana)
बुंदेली_दोहा बिषय- गरी (#शनारियल)
बुंदेली_दोहा बिषय- गरी (#शनारियल)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
तू जाने लगा है
तू जाने लगा है
कवि दीपक बवेजा
सजना सिन्होरवाँ सुघर रहे, रहे बनल मोर अहिवात।
सजना सिन्होरवाँ सुघर रहे, रहे बनल मोर अहिवात।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
JHIJHIYA DANCE IS A FOLK DANCE OF YADAV COMMUNITY
JHIJHIYA DANCE IS A FOLK DANCE OF YADAV COMMUNITY
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
"नींद आने की दुआ भूल कर न दे मुझको।
*Author प्रणय प्रभात*
तुम भोर हो!
तुम भोर हो!
Ranjana Verma
मेरुदंड
मेरुदंड
सूर्यकांत द्विवेदी
स्त्री और नदी का स्वच्छन्द विचरण घातक और विनाशकारी
स्त्री और नदी का स्वच्छन्द विचरण घातक और विनाशकारी
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
💐प्रेम कौतुक-223💐
💐प्रेम कौतुक-223💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
गीत गा रहा फागुन
गीत गा रहा फागुन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बसंत
बसंत
नूरफातिमा खातून नूरी
"निरक्षर-भारती"
Prabhudayal Raniwal
भगतसिंह मरा नहीं करते
भगतसिंह मरा नहीं करते
Shekhar Chandra Mitra
🚩यौवन अतिशय ज्ञान-तेजमय हो, ऐसा विज्ञान चाहिए
🚩यौवन अतिशय ज्ञान-तेजमय हो, ऐसा विज्ञान चाहिए
Pt. Brajesh Kumar Nayak
दर्द की शर्त लगी है दर्द से, और रूह ने खुद को दफ़्न होता पाया है।
दर्द की शर्त लगी है दर्द से, और रूह ने...
Manisha Manjari
तरन्नुम में अल्फ़ाज़ सजते सजाते
तरन्नुम में अल्फ़ाज़ सजते सजाते
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मेरी आंखों का इंतिज़ार रहा
मेरी आंखों का इंतिज़ार रहा
Dr fauzia Naseem shad
*रहेगा सर्वदा जीवन, सभी को एक यह भ्रम है (मुक्तक)*
*रहेगा सर्वदा जीवन, सभी को एक यह भ्रम है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
दोहे-
दोहे-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Loading...