Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jul 2024 · 2 min read

हीरो बन जा

मैं कहता हूं हीरो बन जा।
जीवन में जो जीरो बन जा।।
जीरो क्या है ,सोच तू इस पर,
गणित टिकी है , सारी जिस पर,
बता मुझे तू जीरो बनकर क्यों ऐंठे ,
क्या मान तेरा जब तू पहले बैठे। (05)
05 में पांच प्रमुख है तेरा कोई मोल नहीं।
यानी सिफर प्यारे तेरा कोई तोल नही।
तो फिर प्यारें अकिंचन बन जा।
जीवन में तू जीरो बन जा।
मैं कहता हूं हीरो बन जा।
कोई तुझको इग्नोर करे तो ,
न कोई तुझ पर गौर करे तो,
बैठ तू उसके दाएं जाकर। ( 5 के साथ 0 =50)
उसे उठा दस गुना बनाकर।
औकात बड़ेगी उसकी ज्यादा।
कोई न समझे फिर तुझे प्यादा।
फिर गुरूता में चाहे तन जा।
प्यारे तू बस जीरो बन जा।
सही मायने हीरो बन जा।

कोई तुझको रौब जमाए। (0x 5)
तुझसे आकर आंख मिलाए।
कर ले साथ गुणा का उससे।
वो मिट कर ही मिलेगा तुझसे।
कितनीभी औकात किसी की ,
पल में शानो शौकत मिट जा।
तो प्यारे ऐसा जीरो बन जा।
जीवन में तू हीरो बन जा।
गर तू माथे पर चढ़ जाए।
तो तुझको कोई न भेद पाए। (0/5)
ऐसा ही तू अक्षत बन जा।
प्यारेतु बस जीरो बन जा।
सही माने में हीरो बन जा।

सबसे प्यारी बात बताऊं।
मैं तेरी औकात बताऊं। (5/0=अनंत)
गर तू जा बैठे पांवों में।
खुद को माने छोटा दावों में।
तो प्यारे अनंत बन जायेगा।
ईश्वर सा तेरा पद होगा ,
सम्मान गजब का पाएगा।
आनन्द समेटे अपने भीतर,
ऐसा तू निरंजन बन जा।
प्यारे गर तू जीरो बन जा।
सही माने में हीरो बन जा।

कलम घिसाई

Language: Hindi
1 Like · 51 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नारी कहने को देवी है, मगर सम्मान कहाँ है,
नारी कहने को देवी है, मगर सम्मान कहाँ है,
पूर्वार्थ
"खामोशी की गहराईयों में"
Pushpraj Anant
यादों का थैला लेकर चले है
यादों का थैला लेकर चले है
Harminder Kaur
जो दिखाते हैं हम वो जताते नहीं
जो दिखाते हैं हम वो जताते नहीं
Shweta Soni
तुझे पन्नों में उतार कर
तुझे पन्नों में उतार कर
Seema gupta,Alwar
मुख अटल मधुरता, श्रेष्ठ सृजनता, मुदित मधुर मुस्कान।
मुख अटल मधुरता, श्रेष्ठ सृजनता, मुदित मधुर मुस्कान।
रेखा कापसे
थी हवा ख़ुश्क पर नहीं सूखे - संदीप ठाकुर
थी हवा ख़ुश्क पर नहीं सूखे - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
हकीकत
हकीकत
अखिलेश 'अखिल'
तुम कभी यह चिंता मत करना कि हमारा साथ यहाँ कौन देगा कौन नहीं
तुम कभी यह चिंता मत करना कि हमारा साथ यहाँ कौन देगा कौन नहीं
Dr. Man Mohan Krishna
मेहनत
मेहनत
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*हम तो हम भी ना बन सके*
*हम तो हम भी ना बन सके*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कल को छोड़कर
कल को छोड़कर
Meera Thakur
यादों के शहर में
यादों के शहर में
Madhu Shah
प्रेम और घृणा से ऊपर उठने के लिए जागृत दिशा होना अनिवार्य है
प्रेम और घृणा से ऊपर उठने के लिए जागृत दिशा होना अनिवार्य है
Ravikesh Jha
आँगन की दीवारों से ( समीक्षा )
आँगन की दीवारों से ( समीक्षा )
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
प्रेमरस
प्रेमरस
इंजी. संजय श्रीवास्तव
*हमने एक पतंग उड़ाई (बाल कविता)*
*हमने एक पतंग उड़ाई (बाल कविता)*
Ravi Prakash
3141.*पूर्णिका*
3141.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अब मेरी मजबूरी देखो
अब मेरी मजबूरी देखो
VINOD CHAUHAN
"व्यर्थ है धारणा"
Dr. Kishan tandon kranti
Someone Special
Someone Special
Ram Babu Mandal
ज़िंदगी
ज़िंदगी
Raju Gajbhiye
हैवानियत के पाँव नहीं होते!
हैवानियत के पाँव नहीं होते!
Atul "Krishn"
धरती का बस एक कोना दे दो
धरती का बस एक कोना दे दो
Rani Singh
हिन्दुस्तान जहाँ से अच्छा है
हिन्दुस्तान जहाँ से अच्छा है
Dinesh Kumar Gangwar
हे मेरे वतन, तुझपे कुर्बान हम
हे मेरे वतन, तुझपे कुर्बान हम
gurudeenverma198
■आज का सवाल■
■आज का सवाल■
*प्रणय प्रभात*
शाम
शाम
Kanchan Khanna
भारत मां की पुकार
भारत मां की पुकार
Shriyansh Gupta
भावनाओं का प्रबल होता मधुर आधार।
भावनाओं का प्रबल होता मधुर आधार।
surenderpal vaidya
Loading...