Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Sep 2022 · 1 min read

हिन्दी दिवस

जब तक हिन्दी पखवाड़ा चलता है,
तब तक हिन्दी का प्रचार चलता है।
हिन्दी का पखवाड़ा समाप्त होते ही,
फिर पहले जैसा ही ढर्रा चलता है।।

हर वर्ष हिन्दी दिवस मनाया जाता है,
कुछ निशान विभाग में छोड़ जाता है।
कुछ समय में ये निशान मिट जाते है,
अगले वर्ष ही ये दिवस मनाया जाता है।।

कैसी है ये विडंबना हिंदी दिवस मनाने की,
क्या जरूरत पड़ी है इसे हर वर्ष मनाने की।
क्यो न हम रोजाना ही हिंदी दिवस मनाए,
बन्द करो हर वर्ष हिन्दी दिवस मनाने की।।

आर के रस्तोगी गुरुग्राम

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 143 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.

Books from Ram Krishan Rastogi

You may also like:
कुछ मुक्तक...
कुछ मुक्तक...
डॉ.सीमा अग्रवाल
राम
राम
umesh mehra
Sometimes words are not as desperate as feelings.
Sometimes words are not as desperate as feelings.
Sakshi Tripathi
दोस्ती पर वार्तालाप (मित्रता की परिभाषा)
दोस्ती पर वार्तालाप (मित्रता की परिभाषा)
Er.Navaneet R Shandily
आज हमने उनके ऊपर कुछ लिखने की कोशिश की,
आज हमने उनके ऊपर कुछ लिखने की कोशिश की,
Vishal babu (vishu)
एक जिंदगी एक है जीवन
एक जिंदगी एक है जीवन
विजय कुमार अग्रवाल
भिक्षु रूप में ' बुद्ध '
भिक्षु रूप में ' बुद्ध '
Buddha Prakash
गर कभी आओ मेरे घर....
गर कभी आओ मेरे घर....
Santosh Soni
साहस का सच
साहस का सच
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
नया सवेरा
नया सवेरा
नन्दलाल सुथार "राही"
शक्कर की माटी
शक्कर की माटी
विजय कुमार नामदेव
💐प्रेम कौतुक-480💐
💐प्रेम कौतुक-480💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
गुलाब-से नयन तुम्हारे
गुलाब-से नयन तुम्हारे
परमार प्रकाश
सुकून की चाबी
सुकून की चाबी
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
गीतिका
गीतिका
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
#जलियाँवाला_बाग
#जलियाँवाला_बाग
Ravi Prakash
नवयौवना
नवयौवना
लक्ष्मी सिंह
रोजी रोटी के क्या दाने
रोजी रोटी के क्या दाने
AJAY AMITABH SUMAN
"शब्दकोश में शब्द नहीं हैं, इसका वर्णन रहने दो"
Kumar Akhilesh
पिता संघर्ष की मूरत
पिता संघर्ष की मूरत
Rajni kapoor
तमाम कोशिशें की, कुछ हाथ ना लगा
तमाम कोशिशें की, कुछ हाथ ना लगा
कवि दीपक बवेजा
■ लघुकथा...
■ लघुकथा...
*Author प्रणय प्रभात*
2311.
2311.
Dr.Khedu Bharti
वो तुम्हीं तो हो
वो तुम्हीं तो हो
Dr fauzia Naseem shad
इतनी फुर्सत है कहां, जो करते हम जाप
इतनी फुर्सत है कहां, जो करते हम जाप
सूर्यकांत द्विवेदी
"जोकर"
Dr. Kishan tandon kranti
ड्रीम इलेवन
ड्रीम इलेवन
आकाश महेशपुरी
करें उन शहीदों को शत शत नमन
करें उन शहीदों को शत शत नमन
Dr Archana Gupta
गुरुवर
गुरुवर
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
सत्ता परिवर्तन
सत्ता परिवर्तन
Bodhisatva kastooriya
Loading...