Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Sep 2022 · 1 min read

हिंदी की गौरवगाथा

हिंदी है मेरी मातृ सदृश
हिंदी की गौरव गाथा है ।
हिंदी में लिखना भाव सरस
हिंदी ही हमारी भाषा है ।
हिंदी वैज्ञानिक लिपि वाली,
नहि मूक स्वरों का समावेश।
निज भाषा उन्नति से ही
मिल एक हुआ सम्पूर्ण देश ।
विस्तृत कलेवर हिंदी का
विश्व में चौथा स्थान लिए
कई बोलिया इसमें शामिल
देवनागरी लिपि निशान लिए।
पांच उपभाषाए है
अट्ठारह बोलियां वर्गीकृत।
हिन्दवी देहलवी खडी बोली
कई नाम से है हिंदी गर्वित।
भारोपीय परिवार की भाषा
हिंदी भाषा की बोली लिपि ।
संविधान में 343 से 351 तक
वर्णित है भाषा विधि।
हिंदी श्रृंगार भारत माँ की
मस्तक की बिन्दी बनी हुई
504 कुंजिया है संगणक मे लिखी हुई।
भाषा की फिल्मे विश्व जगत मे
अपना स्थान बनाती है।
मारीशस नेपाल पाकिस्तान सहित
कई देशों में देखी जाती हैं ।
विन्ध्य प्रकाश मिश्र विप्र

Language: Hindi
2 Likes · 196 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.

Books from Vindhya Prakash Mishra

You may also like:
तुम तो मुठ्ठी भर हो, तुम्हारा क्या, हम 140 करोड़ भारतीयों का भाग्य उलझ जाएगा
तुम तो मुठ्ठी भर हो, तुम्हारा क्या, हम 140 करोड़ भारतीयों का भाग्य उलझ जाएगा
Anand Kumar
संयुक्त राष्ट्र संघ
संयुक्त राष्ट्र संघ
Shekhar Chandra Mitra
गीत : ना जीवन जीना छोड़…
गीत : ना जीवन जीना छोड़…
शांतिलाल सोनी
***
*** " नाविक ले पतवार....! " ***
VEDANTA PATEL
There are only two people in this
There are only two people in this
Ankita Patel
संत गाडगे सिध्दांत
संत गाडगे सिध्दांत
Vijay kannauje
हुआ बुद्ध धम्म उजागर ।
हुआ बुद्ध धम्म उजागर ।
Buddha Prakash
"आंखरी ख़त"
Lohit Tamta
हाल-ए-दिल जब छुपा कर रखा, जाने कैसे तब खामोशी भी ये सुन जाती है, और दर्द लिए कराहे तो, चीखों को अनसुना कर मुँह फेर जाती है।
हाल-ए-दिल जब छुपा कर रखा, जाने कैसे तब खामोशी भी ये सुन जाती है, और दर्द लिए कराहे तो, चीखों को अनसुना कर मुँह फेर जाती है।
Manisha Manjari
... और मैं भाग गया
... और मैं भाग गया
नन्दलाल सिंह 'कांतिपति'
फिर से
फिर से
अभिषेक पाण्डेय ‘अभि ’
दिल की बात,
दिल की बात,
Pooja srijan
💐 Prodigy Love-25💐
💐 Prodigy Love-25💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
नैन फिर बादल हुए हैं
नैन फिर बादल हुए हैं
Ashok deep
*अष्टभुजाधारी हमें, दो माता उपहार (कुंडलिया)*
*अष्टभुजाधारी हमें, दो माता उपहार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
डरता हुआ अँधेरा ?
डरता हुआ अँधेरा ?
DESH RAJ
Tera wajud mujhme jinda hai,
Tera wajud mujhme jinda hai,
Sakshi Tripathi
मातृ दिवस या मात्र दिवस ?
मातृ दिवस या मात्र दिवस ?
विशाल शुक्ल
हम
हम
Ankit Kumar
बेटियां तो बस बेटियों सी होती है।
बेटियां तो बस बेटियों सी होती है।
Taj Mohammad
दुल्हन जब तुमको मैं, अपनी बनाऊंगा
दुल्हन जब तुमको मैं, अपनी बनाऊंगा
gurudeenverma198
जिये
जिये
विजय कुमार नामदेव
लहरे बहुत है दिल मे दबा कर रखा है , काश ! जाना होता है, समुन
लहरे बहुत है दिल मे दबा कर रखा है , काश ! जाना होता है, समुन
Rohit yadav
सृष्टि
सृष्टि
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मातु भवानी
मातु भवानी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मंद मंद बहती हवा
मंद मंद बहती हवा
Soni Gupta
खुशी के पल
खुशी के पल
RAKESH RAKESH
21…. त्रिभंगी छंद (मात्रिक छंद)
21…. त्रिभंगी छंद (मात्रिक छंद)
Rambali Mishra
■ इन दिनों...
■ इन दिनों...
*Author प्रणय प्रभात*
वाल्मीकि रामायण, किष्किन्धा काण्ड, द्वितीय सर्ग में राम द्वा
वाल्मीकि रामायण, किष्किन्धा काण्ड, द्वितीय सर्ग में राम द्वा
Rohit Kumar
Loading...