Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jun 2024 · 1 min read

#हिंदी / #उर्दू

#हिंदी / #उर्दू
■ जीवन दर्शन
“शेष नहीं कुछ जीवन, तेरे बारे में बतलाने को। तक जीना पड़ता है, क्षण भर में मर वर्षोंजाने को।।”
#प्रणय_प्रभात

1 Like · 61 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

आईना भी तो सच
आईना भी तो सच
Dr fauzia Naseem shad
जब जब हमको याद करोगे..!
जब जब हमको याद करोगे..!
पंकज परिंदा
बात शक्सियत की
बात शक्सियत की
Mahender Singh
मांओं को
मांओं को
Shweta Soni
मायाजाल
मायाजाल
Sunil Maheshwari
माने न माने
माने न माने
Deepesh Dwivedi
एक तरफे इश्क़ के आदि लोग,
एक तरफे इश्क़ के आदि लोग,
ओसमणी साहू 'ओश'
गीत लिखूं...संगीत लिखूँ।
गीत लिखूं...संगीत लिखूँ।
Priya princess panwar
कुछ मेरा तो कुछ तो तुम्हारा जाएगा
कुछ मेरा तो कुछ तो तुम्हारा जाएगा
अंसार एटवी
चुनी हुई चुप्पियां
चुनी हुई चुप्पियां
Shekhar Chandra Mitra
कमियाँ तो मुझमें बहुत है,
कमियाँ तो मुझमें बहुत है,
पूर्वार्थ
अंजुरी भर....
अंजुरी भर....
Shally Vij
चढ़ते सूरज को सभी,
चढ़ते सूरज को सभी,
sushil sarna
ग़ज़ल _ आराधना करूं मैं या मैं करूं इबादत।
ग़ज़ल _ आराधना करूं मैं या मैं करूं इबादत।
Neelofar Khan
पोती
पोती
Sudhir srivastava
तरक्की के आयाम
तरक्की के आयाम
Nitin Kulkarni
मैं पुलिंदा हूं इंसानियत का
मैं पुलिंदा हूं इंसानियत का
प्रेमदास वसु सुरेखा
- रिश्तो का अत्याचार -
- रिश्तो का अत्याचार -
bharat gehlot
माना कि मेरे इस कारवें के साथ कोई भीड़ नहीं है |
माना कि मेरे इस कारवें के साथ कोई भीड़ नहीं है |
Jitendra kumar
*** पल्लवी : मेरे सपने....!!! ***
*** पल्लवी : मेरे सपने....!!! ***
VEDANTA PATEL
हमारा सफ़र
हमारा सफ़र
Manju sagar
..
..
*प्रणय*
चलते चलते थक गया, मन का एक फकीर।
चलते चलते थक गया, मन का एक फकीर।
Suryakant Dwivedi
सभी सत्य
सभी सत्य
Rajesh Kumar Kaurav
23/217. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/217. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"मॉडर्न "
Dr. Kishan tandon kranti
कुछ खामोश सी हो गई है कलम ...
कुछ खामोश सी हो गई है कलम ...
Manisha Wandhare
# उचित गप्प
# उचित गप्प
DrLakshman Jha Parimal
सच और झूठ
सच और झूठ
Neeraj Agarwal
कुछ दोहे
कुछ दोहे
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
Loading...