Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Nov 2016 · 1 min read

हाले दिल का दर्द(गजल)/मंदीप

हाले दिल का दर्द सुने कौन,
टूटे हुए दिल को जोड़ें कौन।

मिलता सिर्फ दर्द जिस जगह,
अब उस जगह जाये कौन,

मालूम नही मतलब प्यार का,
उस के साथ दिल लगाये कौन।

पता नही मोल आँसुओ का,
आँसू अब उन के लिए बहाये कौन।

आदत जिनकी दिल दुखने की,
अब आदत उसकी बदले कौन।

रो रो बहाती याद में आँखे आँसू,
अब आँसुओ को समझाये कौन।

जो चला गया छोड कर दामन ,
क्या हाल है “मंदीप” का उस को बताये कौन

मंदीपसाई

396 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

गणपति बैठो जन के मन में
गणपति बैठो जन के मन में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बहकते हैं
बहकते हैं
हिमांशु Kulshrestha
कृष्ण
कृष्ण
श्रीहर्ष आचार्य
अच्छाई
अच्छाई
Ritu Asooja
स्त्री एक कविता है
स्त्री एक कविता है
SATPAL CHAUHAN
मां तो फरिश्ता है।
मां तो फरिश्ता है।
Taj Mohammad
Growth requires vulnerability.
Growth requires vulnerability.
पूर्वार्थ
तब घर याद आता है
तब घर याद आता है
कवि दीपक बवेजा
पराया तो पराया ही होता है,
पराया तो पराया ही होता है,
Ajit Kumar "Karn"
दूर जा चुका है वो फिर ख्वाबों में आता है
दूर जा चुका है वो फिर ख्वाबों में आता है
Surya Barman
মহাদেবের কবিতা
মহাদেবের কবিতা
Arghyadeep Chakraborty
*हम नदी के दो किनारे*
*हम नदी के दो किनारे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
चराग़ों की सभी ताक़त अँधेरा जानता है
चराग़ों की सभी ताक़त अँधेरा जानता है
अंसार एटवी
प्रेम स्वप्न परिधान है,
प्रेम स्वप्न परिधान है,
sushil sarna
भरम हमारे
भरम हमारे
सिद्धार्थ गोरखपुरी
ये ध्वज को नहीं झुकने दूंगा...
ये ध्वज को नहीं झुकने दूंगा...
TAMANNA BILASPURI
*उच्चारण सीखा हमने, पांडेय देवकी नंदन से (हिंदी गजल)*
*उच्चारण सीखा हमने, पांडेय देवकी नंदन से (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
- तुझसे दिल लगाया मेने -
- तुझसे दिल लगाया मेने -
bharat gehlot
तेरी शरण में आया हूं
तेरी शरण में आया हूं
इंजी. संजय श्रीवास्तव
कल
कल "धनतेरस" पर घोर मंहगाई के बाद भी मैंने "सोने" की पांच चीज़
*प्रणय*
भीख में मिले हुए प्यार का
भीख में मिले हुए प्यार का
लक्ष्मी सिंह
कविता
कविता
Rambali Mishra
"नींद से जागो"
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Preshan zindagi
Preshan zindagi
रुचि शर्मा
जीने ना दिया
जीने ना दिया
dr rajmati Surana
बेहतर और बेहतर होते जाए
बेहतर और बेहतर होते जाए
Vaishaligoel
मुझको कभी भी आज़मा कर देख लेना
मुझको कभी भी आज़मा कर देख लेना
Ram Krishan Rastogi
4693.*पूर्णिका*
4693.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्यासा के भोजपुरी ग़ज़ल
प्यासा के भोजपुरी ग़ज़ल
Vijay kumar Pandey
Loading...