Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#8 Trending Author
Dr. Kishan tandon kranti
276 Followers
Follow
Report this post
14 Feb 2024 · 1 min read
“हालात”
“हालात”
इंसान जो कुछ भी पाता है,
उसमें वो खुश नहीं रह पाता है।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
3 Likes
·
3 Comments
· 128 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like:
वे सोचते हैं कि मार कर उनको
VINOD CHAUHAN
तू बेखबर इतना भी ना हो
gurudeenverma198
शब्दों में प्रेम को बांधे भी तो कैसे,
Manisha Manjari
मोहल्ला की चीनी
Suryakant Dwivedi
काम तुम बेहिसाब कर दो ना,,,!
पंकज परिंदा
हार नहीं, हौसले की जीत
पूर्वार्थ
"सच का टुकड़ा"
Dr. Kishan tandon kranti
सर्दी और चाय का रिश्ता है पुराना,
Shutisha Rajput
55…Munsarah musaddas matvii maksuuf
sushil yadav
नारी का क्रोध
लक्ष्मी सिंह
इस ज़िंदगी के रंग कई होते हैं...
Ajit Kumar "Karn"
जल प्रवाह सा बहता जाऊँ।
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
आखरी है खतरे की घंटी, जीवन का सत्य समझ जाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
2823. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
#सत्यान्वेषण_समय_की_पुकार
*प्रणय प्रभात*
पुरुष प्रधान समाज को गालियां देते हैं
Sonam Puneet Dubey
*आओ खेलें खेल को, खेल-भावना संग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
इंटरनेट
Vedha Singh
एक दिन
हिमांशु Kulshrestha
बहुत बार
Shweta Soni
सुदामा कृष्ण के द्वार (1)
Vivek Ahuja
विरह की वेदना
surenderpal vaidya
वैसे अपने अपने विचार है
शेखर सिंह
पूनम की चांदनी रात हो,पिया मेरे साथ हो
Ram Krishan Rastogi
कविता - छत्रछाया
Vibha Jain
सुभद्रा कुमारी चौहान जी की वीर रस पूर्ण कालजयी कविता
Rituraj shivem verma
*अब न वो दर्द ,न वो दिल ही ,न वो दीवाने रहे*
sudhir kumar
ख्वाब को ख़ाक होने में वक्त नही लगता...!
Aarti sirsat
कोशिशों की न पूछ कुछ हमसे,
Dr fauzia Naseem shad
मां महागौरी
Mukesh Kumar Sonkar
Loading...