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26 Jul 2024 · 1 min read

हाथ थाम लो मेरा

अलग हैं बाँह जिस्म से
अब हाथ थाम लो मेरा

साँस थमती है
वतन महफ़ूज़ रहे
झंडा थाम लो मेरा

डा राजीव “सागरी”

3 Likes · 73 Views
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