Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Mar 2024 · 1 min read

हाकिम तेरा ये अंदाज़ अच्छा नही है।

दोस्तों,
एक मौलिक ग़ज़ल.आपकी मुहब्बतों की नज़र,,!!।

ग़ज़ल
====

हाकिम तेरा ये आगाज़ अच्छा नही,
हां कहता हूँ तेरा ये राज़ अच्छा नही।
======================

आया है जब से तूँ सड़क पे है दहर,
देखा है तेरा कामकाज अच्छा नही।
======================

है शर्म जरा भी तुझे तो छोड़ दे सता,
है सच लगता तुझे ताज़ अच्छा नही।
======================

कुछ ठीक न हुआ आने से तेरे यहाँ,
अफसोस उनका आज अच्छा नही।
=====================

मैं लाऊंगा, मै दूंगा, मैं सब कर दूंगा,
मुख से तेरे मैं अल्फ़ाज़ अच्छा नही।
======================

तुम खुदगर्ज इतने भी होगें पता नही,
ये झूठ का ‘जैदि’अंदाज़ अच्छा नही।
======================

शायर:-“जैदि”
डॉ.एल.सी.जैदिया “जैदि”

Language: Hindi
140 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
चलिये उस जहाँ में चलते हैं
चलिये उस जहाँ में चलते हैं
हिमांशु Kulshrestha
यथार्थ
यथार्थ
Dr. Rajeev Jain
*कालचक्र*
*कालचक्र*
Pallavi Mishra
कुछ लोग
कुछ लोग
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
मौत की कहानी (ग़ज़ल)
मौत की कहानी (ग़ज़ल)
ओनिका सेतिया 'अनु '
बिखर गए जो प्रेम के मोती,
बिखर गए जो प्रेम के मोती,
rubichetanshukla 781
Green Trees
Green Trees
Buddha Prakash
"जिस बिल्ली के भाग से छींका टूट जाए, उसे कुछ माल निरीह चूहों
*प्रणय*
मिस इंडिया
मिस इंडिया
Shashi Mahajan
सपनों का घर
सपनों का घर
Uttirna Dhar
" स्त्री 2 से लौटेगी बॉक्स ऑफिस की रौनक़ " - रिपोर्ट
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
फूल और कांटे
फूल और कांटे
अखिलेश 'अखिल'
घर आये हुये मेहमान का अनादर कभी ना करना.......
घर आये हुये मेहमान का अनादर कभी ना करना.......
shabina. Naaz
पुजारी शांति के हम, जंग को भी हमने जाना है।
पुजारी शांति के हम, जंग को भी हमने जाना है।
सत्य कुमार प्रेमी
THIS IS WHY YOU DON’T SUCCEED:
THIS IS WHY YOU DON’T SUCCEED:
पूर्वार्थ
लोग मेहनत से एक एक रुपए कमाते हैं
लोग मेहनत से एक एक रुपए कमाते हैं
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
नारी
नारी
Ghanshyam Poddar
क्या छिपा रहे हो
क्या छिपा रहे हो
Ritu Asooja
ऊ बा कहाँ दिलदार
ऊ बा कहाँ दिलदार
आकाश महेशपुरी
कभी मैं सोचता था कि एक अच्छा इंसान बनना चाहिए तो दुनिया भी अ
कभी मैं सोचता था कि एक अच्छा इंसान बनना चाहिए तो दुनिया भी अ
Jitendra kumar
"सफर में"
Dr. Kishan tandon kranti
ज़िंदगानी सजाते चलो
ज़िंदगानी सजाते चलो
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
प्रीतम दोहावली
प्रीतम दोहावली
आर.एस. 'प्रीतम'
कलयुग और महाभारत
कलयुग और महाभारत
Atul "Krishn"
12. Dehumanised Beings
12. Dehumanised Beings
Ahtesham Ahmad
साजिशें ही साजिशें....
साजिशें ही साजिशें....
डॉ.सीमा अग्रवाल
शरद सुहानी
शरद सुहानी
C S Santoshi
सूरज ढल रहा हैं।
सूरज ढल रहा हैं।
Neeraj Kumar Agarwal
बेटियों  को  रोकिए  मत  बा-खुदा ,
बेटियों को रोकिए मत बा-खुदा ,
Neelofar Khan
Loading...