Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Jan 2017 · 1 min read

हाइकु

महक जाओ
खुशबू लो मुझसे
कहा फूल ने
?सतीश राठी

Language: Hindi
335 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
You may also like:
अलबेला अब्र
अलबेला अब्र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
आत्महत्या ना, क्रांति करअ
आत्महत्या ना, क्रांति करअ
Shekhar Chandra Mitra
*
*"परिवर्तन नए पड़ाव की ओर"*
Shashi kala vyas
रखो कितनी भी शराफत वफा सादगी
रखो कितनी भी शराफत वफा सादगी
Mahesh Tiwari 'Ayan'
रिश्ते
रिश्ते
Ram Krishan Rastogi
बातें
बातें
Sanjay ' शून्य'
मन ही बंधन - मन ही मोक्ष
मन ही बंधन - मन ही मोक्ष
Rj Anand Prajapati
मोबाइल
मोबाइल
लक्ष्मी सिंह
मैं तो इंसान हूँ ऐसा
मैं तो इंसान हूँ ऐसा
gurudeenverma198
भारत ने रचा इतिहास।
भारत ने रचा इतिहास।
Anil Mishra Prahari
हर घर तिरंगा प्यारा हो - डी के निवातिया
हर घर तिरंगा प्यारा हो - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
ये निम खामोशी तुम्हारी ( पूर्व प्रधान मंत्री श्री अटल जी की याद में )
ये निम खामोशी तुम्हारी ( पूर्व प्रधान मंत्री श्री अटल जी की याद में )
ओनिका सेतिया 'अनु '
होली आयी होली आयी
होली आयी होली आयी
Rita Singh
मुहावरे_गोलमाल_नामा
मुहावरे_गोलमाल_नामा
Anita Sharma
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
अपने हाथ,
अपने हाथ,
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
यूज एण्ड थ्रो युवा पीढ़ी
यूज एण्ड थ्रो युवा पीढ़ी
Ashwani Kumar Jaiswal
In adverse circumstances, neither the behavior nor the festi
In adverse circumstances, neither the behavior nor the festi
सिद्धार्थ गोरखपुरी
#सुप्रभातम
#सुप्रभातम
*Author प्रणय प्रभात*
कौआ और कोयल ( दोस्ती )
कौआ और कोयल ( दोस्ती )
VINOD KUMAR CHAUHAN
मैं बड़ा या..?
मैं बड़ा या..?
सूर्यकांत द्विवेदी
कुछ पन्ने बेवज़ह हीं आँखों के आगे खुल जाते हैं।
कुछ पन्ने बेवज़ह हीं आँखों के आगे खुल जाते हैं।
Manisha Manjari
मिताइ।
मिताइ।
Acharya Rama Nand Mandal
भू- भूधर पहने हुये, बर्फीले परिधान
भू- भूधर पहने हुये, बर्फीले परिधान
Dr Archana Gupta
बेमकसद जिंदगी।
बेमकसद जिंदगी।
Taj Mohammad
माँ भारती वंदन
माँ भारती वंदन
Kanchan Khanna
आकलन करने को चाहिए सही तंत्र
आकलन करने को चाहिए सही तंत्र
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
💥प्रेम की राह पर-69💥
💥प्रेम की राह पर-69💥
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
******शिव******
******शिव******
Kavita Chouhan
मंतर मैं पढ़ूॅंगा
मंतर मैं पढ़ूॅंगा
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
Loading...