Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Nov 2022 · 1 min read

हाँ, मैं ऐसा तो नहीं था

कि सोचा ही नहीं हो,
तेरे बारे में कभी ,
और जब बहे हो तेरे आँसू ,
देखा ही नहीं हो तेरी तरफ,
बहे ही नहीं हो मेरे ऑंसू ,
देखकर तुम्हारे दर्द को,
हाँ, मैं ऐसा तो नहीं था।

कि अब सोचने लगे हो तुम,
कि हो गया है शक मुझको,
तुम्हारी पवित्रता और नियत पर,
और मोड़ लिया है रास्ता मैंने,
तुमसे दूर होने के लिए ,
पकड़ लिया है हाथ दूसरे का,
बताने लगा हूँ तेरा राज सबको,
और मानता नहीं हूँ तेरी बात,
हाँ, मैं ऐसा तो नहीं था।

लेकिन तुमने भी देखे थे तब,
बहते हुए मेरी आँखों से आँसू ,
तुमसे पाने के लिए तब मैंने,
प्यार और हमदर्दी तेरी,
सम्मान और अपनापन तुमसे,
साथ और हाथ सफर के लिए,
बहाया था तब मैंने पसीना,
तुमको आबाद रखने के लिए,
और यह बताने के लिए कि,
तुम ही मेरी जिंदगी हो,
तुम ही मेरी खुशी- ख्वाब हो,
मगर अब नहीं मिलना चाहता हूँ ,
मैं तुमसे कभी भी कहीं भी,
हाँ, मैं ऐसा तो नहीं था।

शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

Language: Hindi
Tag: कविता
2 Likes · 68 Views
You may also like:
भगतसिंह का क़र्ज़
भगतसिंह का क़र्ज़
Shekhar Chandra Mitra
बाबा भीमराव अंबेडकर को शत शत नमन
बाबा भीमराव अंबेडकर को शत शत नमन
gurudeenverma198
नवगीत---- जीवन का आर्तनाद
नवगीत---- जीवन का आर्तनाद
Sushila Joshi
जितना आवश्यक है बस उतना ही
जितना आवश्यक है बस उतना ही
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
✍️सुलगता जलजला
✍️सुलगता जलजला
'अशांत' शेखर
#justareminderekabodhbalak
#justareminderekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रिद्धि सिद्धि के जन्म दिवस पर
रिद्धि सिद्धि के जन्म दिवस पर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
तुमसे मिलने से पहले।
तुमसे मिलने से पहले।
Taj Mohammad
यही इश्क़ तो नहीं
यही इश्क़ तो नहीं
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
My Expressions
My Expressions
Shyam Sundar Subramanian
पायल बोले छनन छनन - देवी गीत
पायल बोले छनन छनन - देवी गीत
Ashish Kumar
*इतने दीपक चहुँ ओर जलें(मुक्तक)*
*इतने दीपक चहुँ ओर जलें(मुक्तक)*
Ravi Prakash
तुमसे कहते रहे,भुला दो मुझको
तुमसे कहते रहे,भुला दो मुझको
Surinder blackpen
हरियाणी गाना(एक साखी दूसरी सखी को अपनी व्यथा सुनाती है।
हरियाणी गाना(एक साखी दूसरी सखी को अपनी व्यथा सुनाती है।
Surjeet Kumar
रे ज़िन्दगी
रे ज़िन्दगी
J_Kay Chhonkar
जीवन
जीवन
पीयूष धामी
■ अटपटी-चटपटी...
■ अटपटी-चटपटी...
*Author प्रणय प्रभात*
*मेघ गोरे हुए साँवरे* पुस्तक की समीक्षा धीरज श्रीवास्तव जी द्वारा
*मेघ गोरे हुए साँवरे* पुस्तक की समीक्षा धीरज श्रीवास्तव जी...
Dr Archana Gupta
हाथ मलना चाहिए था gazal by Vinit Singh Shayar
हाथ मलना चाहिए था gazal by Vinit Singh Shayar
Vinit kumar
जिंदगी है खाली गागर देख लो।
जिंदगी है खाली गागर देख लो।
सत्य कुमार प्रेमी
कान में रुई डाले
कान में रुई डाले
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
Pyar ke chappu se , jindagi ka naiya par lagane chale the ha
Pyar ke chappu se , jindagi ka naiya par lagane...
Sakshi Tripathi
नींद पर जब
नींद पर जब
Dr fauzia Naseem shad
खिलौने भी तब मिले
खिलौने भी तब मिले
Satish Srijan
तुझसे मिलकर बिछड़ना क्या दस्तूर था (01)
तुझसे मिलकर बिछड़ना क्या दस्तूर था (01)
Dr. Pratibha Mahi
बुंदेली दोहा:-
बुंदेली दोहा:-
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मेरी मोहब्बत, श्रद्धा वालकर
मेरी मोहब्बत, श्रद्धा वालकर
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
अध्यापक क्या है!
अध्यापक क्या है!
Harsh Richhariya
💐प्रेम कौतुक-508💐
💐प्रेम कौतुक-508💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मिट्टी के दीप जलाना
मिट्टी के दीप जलाना
Yash Tanha Shayar Hu
Loading...