Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 May 2022 · 1 min read

हवस

मजा जीने का आता है चला जाता है।
हवस मिटती नही मजा आने के भी बाद।।

हर शख्स में वही दिखती है,
ये हवस है या आरजू मिलने की।

पेट भर दिया ज़िस्म ने मेरा,
हवस मिटती नही मरने के भी बाद।

मैं जिंदा हूँ हर कल के लिए,
हवस ने संभाला है जीने के लिए।।

मैं उससे नफरत करूँ या नापसंद करूँ,
मेरी हवस मुझे खींच लाती है द्वार तक तेरे।।

मेरी हवस की इंतहा हो गयी इतनी,
उसकी फोटो से नजरें हटती नही।।

मोहब्बत तो बहाना बन गया था,
हवस का संभलना मुश्किल जो हो रहा था।।

तुझे छूना, तुझे देखना, तेरा एहसास अकेले में करना, प्यार तो नही लगता।
दूसरे से मिलता हूँ तो तुझे क्यों भूल जाता हूँ ??

Language: Hindi
3 Likes · 1 Comment · 366 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
View all
You may also like:
Mai deewana ho hi gya
Mai deewana ho hi gya
Swami Ganganiya
माँ का प्यार पाने प्रभु धरा पर आते है ?
माँ का प्यार पाने प्रभु धरा पर आते है ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जिस बाग में बैठा वहां पे तितलियां मिली
जिस बाग में बैठा वहां पे तितलियां मिली
कृष्णकांत गुर्जर
2718.*पूर्णिका*
2718.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
घनाक्षरी छंद
घनाक्षरी छंद
Rajesh vyas
ये नोनी के दाई
ये नोनी के दाई
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
बुरा वक्त
बुरा वक्त
लक्ष्मी सिंह
दहलीज़ पराई हो गई जब से बिदाई हो गई
दहलीज़ पराई हो गई जब से बिदाई हो गई
सुशील मिश्रा (क्षितिज राज)
मेरे लिखने से भला क्या होगा कोई पढ़ने वाला तो चाहिए
मेरे लिखने से भला क्या होगा कोई पढ़ने वाला तो चाहिए
DrLakshman Jha Parimal
गुम सूम क्यूँ बैठी हैं जरा ये अधर अपने अलग कीजिए ,
गुम सूम क्यूँ बैठी हैं जरा ये अधर अपने अलग कीजिए ,
नव लेखिका
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Jitendra Kumar Noor
तुम यादों के सारे सिरे तोड़ देते
तुम यादों के सारे सिरे तोड़ देते
Dr fauzia Naseem shad
बेमेल कथन, फिजूल बात
बेमेल कथन, फिजूल बात
Dr MusafiR BaithA
प्राकृतिक उपचार
प्राकृतिक उपचार
Vikas Sharma'Shivaaya'
✍️कुछ रिश्ते...
✍️कुछ रिश्ते...
'अशांत' शेखर
Maine jab ijajat di
Maine jab ijajat di
Sakshi Tripathi
माँ तेरे चरणों मे
माँ तेरे चरणों मे
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
"सत्यपाल मलिक"
*Author प्रणय प्रभात*
अश्रुपात्र ... A glass of tears भाग - 5
अश्रुपात्र ... A glass of tears भाग - 5
Dr. Meenakshi Sharma
सच अति महत्वपूर्ण यह,
सच अति महत्वपूर्ण यह,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
फिर भी तो बाकी है
फिर भी तो बाकी है
gurudeenverma198
परिश्रम
परिश्रम
Neeraj Agarwal
धरी नहीं है धरा
धरी नहीं है धरा
महेश चन्द्र त्रिपाठी
कोरोना का संहार
कोरोना का संहार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
* सूर्य स्तुति *
* सूर्य स्तुति *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
छत पर बंदर (बाल कविता )
छत पर बंदर (बाल कविता )
Ravi Prakash
सच कहते हैं, जिम्मेदारियां सोने नहीं देती
सच कहते हैं, जिम्मेदारियां सोने नहीं देती
Seema 'Tu hai na'
बेवफाई
बेवफाई
विशाल शुक्ल
मेरे पापा
मेरे पापा
Anamika Singh
मसरूफियत बढ़ गई है
मसरूफियत बढ़ गई है
Harminder Kaur
Loading...