हर मौसम में हर मौसम का हाल बताना ठीक नहीं है

हर मौसम में हर मौसम का हाल बताना ठीक नहीं है
अब आधे रास्ते में आकर के यू घर जाना ठीक नहीं है
सब कुछ पाना जिंदगी में , पर हद से मत गुजरना
छलक जाना ठीक है मगर भर जाना ठीक नहीं है !
✍कवि दीपक सरल
हर मौसम में हर मौसम का हाल बताना ठीक नहीं है
अब आधे रास्ते में आकर के यू घर जाना ठीक नहीं है
सब कुछ पाना जिंदगी में , पर हद से मत गुजरना
छलक जाना ठीक है मगर भर जाना ठीक नहीं है !
✍कवि दीपक सरल