Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Aug 2022 · 1 min read

हर घर तिरंगा प्यारा हो – डी के निवातिया

हर घर तिरंगा प्यारा हो ,
घर घर तिरंगा प्यारा हो,
फ़क़त इतना तो याद रहे,
हर पल उतना प्यारा हो
पंद्रह अगस्त के बाद ना,
ये पड़ा सड़क किनारा हो !!
!
जय हिन्द, जय भारत !!
!
डी के निवातिया

1 Like · 159 Views

Books from डी. के. निवातिया

You may also like:
खिलौने वो टूट गए, खेल सभी छूट गए,
खिलौने वो टूट गए, खेल सभी छूट गए,
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
खून दोगे तुम अगर तो मैं तुम्हें आज़ादी दूँगा
खून दोगे तुम अगर तो मैं तुम्हें आज़ादी दूँगा
Dr Archana Gupta
【31】*!* तूफानों से क्या ड़रना? *!*
【31】*!* तूफानों से क्या ड़रना? *!*
Arise DGRJ (Khaimsingh Saini)
Break-up
Break-up
Aashutosh Rajpoot
जीवन का जीवन पर
जीवन का जीवन पर
Dr fauzia Naseem shad
जब अपने ही कदम उलझने लगे अपने पैरो में
जब अपने ही कदम उलझने लगे अपने पैरो में
'अशांत' शेखर
निकलते हो अब तो तुम
निकलते हो अब तो तुम
gurudeenverma198
नारी वो…जो..
नारी वो…जो..
Rekha Drolia
# डॉ अरुण कुमार शास्त्री
# डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आत्मा बिक रही है ज़मीर बिक रहा है
आत्मा बिक रही है ज़मीर बिक रहा है
डी. के. निवातिया
💐अज्ञात के प्रति-107💐
💐अज्ञात के प्रति-107💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
पढ़ो लिखो आगे बढ़ो पढ़ना जरूर ।
पढ़ो लिखो आगे बढ़ो पढ़ना जरूर ।
Rajesh vyas
वो टूटता तारा भी कितनों की उम्मीदों का भार लिए खड़ा है,
वो टूटता तारा भी कितनों की उम्मीदों का भार लिए...
Manisha Manjari
तुझे क्या कहूँ
तुझे क्या कहूँ
Pakhi Jain
लोग समझते क्यों नही ?
लोग समझते क्यों नही ?
पीयूष धामी
सत्य विचार (पंचचामर छंद)
सत्य विचार (पंचचामर छंद)
Rambali Mishra
गौरवमय पल....
गौरवमय पल....
डॉ.सीमा अग्रवाल
■ सपनों में आ कर ■
■ सपनों में आ कर ■
*Author प्रणय प्रभात*
***
*** " नाविक ले पतवार....! " ***
VEDANTA PATEL
जिंदगी में ऐसा इंसान का होना बहुत ज़रूरी है,
जिंदगी में ऐसा इंसान का होना बहुत ज़रूरी है,
Mukesh Jeevanand
ओ मुसाफिर, जिंदगी से इश्क कर
ओ मुसाफिर, जिंदगी से इश्क कर
Rajeev Dutta
तख़्ता डोल रहा
तख़्ता डोल रहा
Dr. Sunita Singh
सबसे बड़ी त्रासदी
सबसे बड़ी त्रासदी
Shekhar Chandra Mitra
इस मुद्दे पर ना खुलवाओ मुंह मेरा
इस मुद्दे पर ना खुलवाओ मुंह मेरा
कवि दीपक बवेजा
समय का एक ही पल किसी के लिए सुख , किसी के लिए दुख , किसी के
समय का एक ही पल किसी के लिए सुख ,...
Seema Verma
एक शक्की पत्नि
एक शक्की पत्नि
Ram Krishan Rastogi
The Huge Mountain!
The Huge Mountain!
Buddha Prakash
मास्टर जी: एक अनकही प्रेमकथा (प्रतिनिधि कहानी)
मास्टर जी: एक अनकही प्रेमकथा (प्रतिनिधि कहानी)
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Few incomplete wishes💔
Few incomplete wishes💔
Vandana maurya
*बिना तुम्हारे, घर के भीतर अब केवल सन्नाटा है ((गीत)*
*बिना तुम्हारे, घर के भीतर अब केवल सन्नाटा है ((गीत)*
Ravi Prakash
Loading...