Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Sep 2024 · 1 min read

हमेशा कोई जगह खाली नहीं रहती,

हमेशा कोई जगह खाली नहीं रहती,
जहां कोई नहीं रहता वहां धूल बैठ जाती है ।

90 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

गर्मी और नानी का आम का बाग़
गर्मी और नानी का आम का बाग़
अमित
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
गज़ल
गज़ल
Jai Prakash Srivastav
'प्रेम पथ की शक्ति है'
'प्रेम पथ की शक्ति है'
हरिओम 'कोमल'
सोचना नहीं कि तुमको भूल गया मैं
सोचना नहीं कि तुमको भूल गया मैं
gurudeenverma198
सत्यपथ
सत्यपथ
डॉ. शिव लहरी
*अम्मा जी से भेंट*
*अम्मा जी से भेंट*
Ravi Prakash
संस्कार मनुष्य का प्रथम और अपरिहार्य सृजन है। यदि आप इसका सृ
संस्कार मनुष्य का प्रथम और अपरिहार्य सृजन है। यदि आप इसका सृ
Sanjay ' शून्य'
सतगुरु सत्संग
सतगुरु सत्संग
Dr. P.C. Bisen
भारतीय संविधान ने कहा-
भारतीय संविधान ने कहा-
Indu Singh
उसका आना
उसका आना
हिमांशु Kulshrestha
दोस्ती
दोस्ती
Ayushi Verma
....ऐ जिंदगी तुझे .....
....ऐ जिंदगी तुझे .....
Naushaba Suriya
"गम का सूरज"
Dr. Kishan tandon kranti
दोहा त्रयी. . . सन्तान
दोहा त्रयी. . . सन्तान
sushil sarna
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
बदली बदली सी फिज़ा रुख है,
बदली बदली सी फिज़ा रुख है,
goutam shaw
मुझे भूल जाना
मुझे भूल जाना
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
दिखता नही किसी को
दिखता नही किसी को
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
जमाना चला गया
जमाना चला गया
Pratibha Pandey
विपरीत परिस्थितियों में भी तुरंत फैसला लेने की क्षमता ही सफल
विपरीत परिस्थितियों में भी तुरंत फैसला लेने की क्षमता ही सफल
Paras Nath Jha
The Sweet 16s
The Sweet 16s
Natasha Stephen
मुक्तक-
मुक्तक-
*प्रणय*
कहने का फर्क है
कहने का फर्क है
Poonam Sharma
राष्ट्र भाषा -स्वरुप, चुनौतियाँ और संभावनाएं
राष्ट्र भाषा -स्वरुप, चुनौतियाँ और संभावनाएं
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
सपने थे आंखो में कई।
सपने थे आंखो में कई।
Rj Anand Prajapati
मजबूत हाथों से कच्चे घरौंदे बना रहे हैं।
मजबूत हाथों से कच्चे घरौंदे बना रहे हैं।
Karuna Goswami
उनकी ख्यालों की बारिश का भी,
उनकी ख्यालों की बारिश का भी,
manjula chauhan
- मोहब्बत का सफर बड़ा ही सुहाना -
- मोहब्बत का सफर बड़ा ही सुहाना -
bharat gehlot
डोर
डोर
Dr. Mahesh Kumawat
Loading...