Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 May 2024 · 1 min read

हमेशा के लिए कुछ भी नहीं है

जो सपने सालों से सजाये हैं,
जो लोग बरसों से हैं,
जो पैसे वर्षों से कमाएं हैं,
सब एक दिन मिट्टी में मिल जायेंगे,
आंधी, तूफान भी आएंगे,
सब रख-रख हो जायेंगे।
जो यादों की किताब है,
जो सालों की फरियाद है,
सब एक दिन पन्नो में बदल जायेंगे,
फिर आंधी, तूफ़ान आयेंगे,
और हम हवाओं में उड़ जायेंगे,
सारे रिश्ते या सारा प्यार,
यादें ही बन जाएंगी,
फ़िर अंधी आयेगी,
और हम आसमां में नजर आएंगे।
किसने देखा है अपना कल,
लोग यहां जन्मों-जन्मों की बातें करते हैं,
और भगवान से सिकायतें करते हैं,
सिर्फ भगवान ही साथ होंगे,
जब भी हमारे हालात ख़राब होंगे।

3 Likes · 84 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गांव की गौरी
गांव की गौरी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
अजर अमर सतनाम
अजर अमर सतनाम
Dr. Kishan tandon kranti
कितना हराएगी ये जिंदगी मुझे।
कितना हराएगी ये जिंदगी मुझे।
Rj Anand Prajapati
लोग जब सत्य के मार्ग पर ही चलते,
लोग जब सत्य के मार्ग पर ही चलते,
Ajit Kumar "Karn"
युगांतर
युगांतर
Suryakant Dwivedi
यह जो कानो में खिचड़ी पकाते हो,
यह जो कानो में खिचड़ी पकाते हो,
Ashwini sharma
*📌 पिन सारे कागज़ को*
*📌 पिन सारे कागज़ को*
Santosh Shrivastava
💐💞💐
💐💞💐
शेखर सिंह
रमेशराज की कहमुकरियां
रमेशराज की कहमुकरियां
कवि रमेशराज
तुम्हे शिकायत है कि जन्नत नहीं मिली
तुम्हे शिकायत है कि जन्नत नहीं मिली
Ajay Mishra
पिया बिन सावन की बात क्या करें
पिया बिन सावन की बात क्या करें
Devesh Bharadwaj
बेवफाई से मिली तन्हाई
बेवफाई से मिली तन्हाई
Krishna Manshi
गंगा ....
गंगा ....
sushil sarna
सबसे बड़ा सवाल मुँहवे ताकत रहे
सबसे बड़ा सवाल मुँहवे ताकत रहे
आकाश महेशपुरी
हमेशा समय रहते दूसरों की गलतियों से सीख लेना
हमेशा समय रहते दूसरों की गलतियों से सीख लेना
Sonam Puneet Dubey
पौधे मांगे थे गुलों के
पौधे मांगे थे गुलों के
Umender kumar
आ जाये मधुमास प्रिय
आ जाये मधुमास प्रिय
Satish Srijan
लुटा दी सब दौलत, पर मुस्कान बाकी है,
लुटा दी सब दौलत, पर मुस्कान बाकी है,
Rajesh Kumar Arjun
मैं लिखूंगा तुम्हें
मैं लिखूंगा तुम्हें
हिमांशु Kulshrestha
*समझो बैंक का खाता (मुक्तक)*
*समझो बैंक का खाता (मुक्तक)*
Ravi Prakash
4090.💐 *पूर्णिका* 💐
4090.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
वाणी
वाणी
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
प्यासा के हुनर
प्यासा के हुनर
Vijay kumar Pandey
■एक शेर और■
■एक शेर और■
*प्रणय प्रभात*
" यहाँ कई बेताज हैं "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
एक सच
एक सच
Neeraj Agarwal
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
“अनोखी शादी” ( संस्मरण फौजी -मिथिला दर्शन )
“अनोखी शादी” ( संस्मरण फौजी -मिथिला दर्शन )
DrLakshman Jha Parimal
नगीने कीमती भी आंसुओं जैसे बिखर जाते ,
नगीने कीमती भी आंसुओं जैसे बिखर जाते ,
Neelofar Khan
नशे का घूँट पीकर के तो मंथन कर नहीं सकती
नशे का घूँट पीकर के तो मंथन कर नहीं सकती
अंसार एटवी
Loading...