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9 May 2022 · 1 min read

हमें अब राम के पदचिन्ह पर चलकर दिखाना है

हमें अब राम के पदचिन्ह पर चलकर दिखाना है
विदा कलयुग को करना है पुनः सतयुग को लाना है

वचन मन कर्म से करना हमें अब धर्म का पालन
निभा कर्तव्य करना है सुवासित अपना ये जीवन
सभी को सीखने गुण त्याग ममता धैर्य सेवा के
जगा इंसानियत ख़ुद में सजाना है ये अपना मन
हमें सोये हुए ईमान को फिर से जगाना है
विदा कलयुग को करना है पुनः सतयुग को लाना है

हमें अब राम जैसे हैं बनाने पुत्र संस्कारी
बनानी जानकी की ही तरह इस देश की नारी
बिखरने अब लगे परिवार हैं उनको बचाना है
विदा कलयुग को करना है पुनः सतयुग को लाना है

बना आदर्श अपना लेंगे जब श्री राम जी को हम
मिटाकर हर बुराई को जगत से लेंगे कोई दम
कहा है जो वही करके दिखाना अब हमें होगा
ज़माने को दिखा देंगे नही हम हैं किसी से कम
कि हमको राम बनना है न केवल गान गाना है
विदा कलयुग को करना है पुनः सतयुग को लाना है

घरों में नित पढ़ी जाएगी गीता और रामायण
मिटेगी आसुरी ताकत कटेगा चैन से जीवन
न होगा बैर दिल में बस बहेगी प्रेम की गंगा
कटेंगे पाप सारे पुण्य से परिपूर्ण होगा मन
सुशासन राम का हमको दुबारा ले के आना है
हमें फिर राम-वत साम्राज्य वापस ले के आना है
विदा कलयुग को करना है पुनः सतयुग को लाना है

10-04-2022
डॉ अर्चना गुप्ता

9 Likes · 11 Comments · 549 Views
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