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25 May 2024 · 1 min read

हमारे हौसले तब परास्त नहीं होते जब हम औरों की चुनौतियों से ह

हमारे हौसले तब परास्त नहीं होते जब हम औरों की चुनौतियों से हार मान लेते हैं, बल्कि तब होते हैं, जब खुद से हार मान लेते हैं। और खुद की हार से बड़ा कोई प्रहार ही नहीं होता यारो।
सुनील माहेश्वरी

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