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28 Apr 2023 · 1 min read

हमारे दोस्त

कभी हज़ार कभी दो हज़ार मांगेंगे
जहां मिलेंगे ये तुमसे उधार मांगेंगे

इन्हें पता है कि इनको तलब है बीड़ी की
मगर ये आप से मंहगी सिगार मांगेंगे

चिकन खरीदेंगे बस हाफ प्लेट, ढाबे पर
मगर चिकन की तरी बार-बार मांगेंगे

अजीब शौक हैं इनके दिखावा करने के
बियर के साथ में निम्बू अचार मांगेंगे

खरीद पाएंगे ख़ुद से न साइकिल रिक्शा
मगर दहेज में लाखों की कार मांगेंगे

— शिवकुमार बिलगरामी

1 Like · 1326 Views
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