Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Sep 2016 · 1 min read

हमारा हुआ

कभी क्यों न कोई हमारा हुआ है
जहाँ में न मेरा जमाना हुआ है

भरोसा नहीं हो रहा आज हमको
मुझे आज शायद ये धोखा हुआ है

बहुत प्यार उसको दिया था उसे जब
तभी तो हमें दिल दुखाया हुआ है

चले जो गये रूठ कर आप हम से
चले लौट आना ही सपना हुआ है

जमीं से जो चले गये है सदा को
यहाँ पर न वापस ठहरना हुआ है

डॉ मधु त्रिवेदी

Language: Hindi
73 Likes · 2 Comments · 306 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
फितरत
फितरत
Srishty Bansal
💐संसारस्य प्राप्ति: अप्राप्तस्य प्राप्ति:💐
💐संसारस्य प्राप्ति: अप्राप्तस्य प्राप्ति:💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
पितृ दिवस
पितृ दिवस
Ram Krishan Rastogi
हमारा देश
हमारा देश
Neeraj Agarwal
धैर्य के साथ अगर मन में संतोष का भाव हो तो भीड़ में भी आपके
धैर्य के साथ अगर मन में संतोष का भाव हो तो भीड़ में भी आपके
Paras Nath Jha
शिमले दी राहें
शिमले दी राहें
Satish Srijan
मैं जा रहा हूँ साथ तेरा छोड़कर
मैं जा रहा हूँ साथ तेरा छोड़कर
gurudeenverma198
मुक्तक
मुक्तक
महेश चन्द्र त्रिपाठी
विश्व स्वास्थ्य दिवस पर....
विश्व स्वास्थ्य दिवस पर....
डॉ.सीमा अग्रवाल
*सेब (बाल कविता)*
*सेब (बाल कविता)*
Ravi Prakash
बुरा समय था
बुरा समय था
Swami Ganganiya
पेडों को काटकर वनों को उजाड़कर
पेडों को काटकर वनों को उजाड़कर
ruby kumari
अधूरा ज्ञान
अधूरा ज्ञान
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
■दोहा■
■दोहा■
*Author प्रणय प्रभात*
क्या मणिपुर बंगाल क्या, क्या ही राजस्थान ?
क्या मणिपुर बंगाल क्या, क्या ही राजस्थान ?
Arvind trivedi
नया साल मुबारक
नया साल मुबारक
Shekhar Chandra Mitra
आस नहीं मिलने की फिर भी,............ ।
आस नहीं मिलने की फिर भी,............ ।
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
मेरे गली मुहल्ले में आने लगे हो #गजल
मेरे गली मुहल्ले में आने लगे हो #गजल
Ravi singh bharati
राम बनो!
राम बनो!
Suraj kushwaha
हिंदी की दुर्दशा
हिंदी की दुर्दशा
Madhavi Srivastava
सुकूं का प्यासा है।
सुकूं का प्यासा है।
Taj Mohammad
एक बावली सी लड़की
एक बावली सी लड़की
Faza Saaz
हम केतबो ठुमकि -ठुमकि नाचि लिय
हम केतबो ठुमकि -ठुमकि नाचि लिय
DrLakshman Jha Parimal
शेष कुछ
शेष कुछ
Dr.Priya Soni Khare
बाल कविता- कौन क्या बोला?
बाल कविता- कौन क्या बोला?
आर.एस. 'प्रीतम'
"प्रेमको साथी" (Premko Sathi) "Companion of Love"
Sidhartha Mishra
आलाप
आलाप
Punam Pande
"वाह रे जमाना"
Dr. Kishan tandon kranti
2268.
2268.
Dr.Khedu Bharti
उम्र बढती रही दोस्त कम होते रहे।
उम्र बढती रही दोस्त कम होते रहे।
Sonu sugandh
Loading...