Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 May 2024 · 1 min read

हमारी वफा

हमसे नजरे चुरा कर कब तक छिप पाओगे,
कभी न कभी तुम आईने के सामने आओगे,
हो सकता है कि तुम्हें न दिखे बेरुखी तुम्हारी,
हमारी वफाओं को तुम कभी न भूल पाओगे।

✍️ लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा

95 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

2841.*पूर्णिका*
2841.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वह भी चाहता है कि
वह भी चाहता है कि
gurudeenverma198
पर्वत
पर्वत
Ayushi Verma
कुछ मन्नतें पूरी होने तक वफ़ादार रहना ऐ ज़िन्दगी.
कुछ मन्नतें पूरी होने तक वफ़ादार रहना ऐ ज़िन्दगी.
पूर्वार्थ
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मन में सुकून कहाँ
मन में सुकून कहाँ
Aditya Prakash
*गैरों से तो संबंध जुड़ा, अपनों से पर टूट गया (हिंदी गजल)*
*गैरों से तो संबंध जुड़ा, अपनों से पर टूट गया (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
Modular rainwater harvesting
Modular rainwater harvesting
InRain Construction Private Limited
विनायक की विनय
विनायक की विनय
संजीवनी गुप्ता
#निर्विवाद...
#निर्विवाद...
*प्रणय*
"बच्चे तो"
Dr. Kishan tandon kranti
मैं भी आज किसी से प्यार में हूँ
मैं भी आज किसी से प्यार में हूँ
VINOD CHAUHAN
संवेदना
संवेदना
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
नश्वर तन को मानता,
नश्वर तन को मानता,
sushil sarna
कहां गई वो दीवाली और श्रीलक्ष्मी पूजन
कहां गई वो दीवाली और श्रीलक्ष्मी पूजन
Suryakant Dwivedi
स्त्रियों को महज उपभोग और संभोग के दृष्टि से देखने वाले लोग
स्त्रियों को महज उपभोग और संभोग के दृष्टि से देखने वाले लोग
Rj Anand Prajapati
प्रेम की डोर सदैव नैतिकता की डोर से बंधती है और नैतिकता सत्क
प्रेम की डोर सदैव नैतिकता की डोर से बंधती है और नैतिकता सत्क
Sanjay ' शून्य'
हाल हुआ बेहाल परिदे..!
हाल हुआ बेहाल परिदे..!
पंकज परिंदा
मैंने गलत को गलत ठहरा दिया ।
मैंने गलत को गलत ठहरा दिया ।
SATPAL CHAUHAN
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
थोड़ा अदब भी जरूरी है
थोड़ा अदब भी जरूरी है
Shashank Mishra
आपका हर दिन तरक्की बाला हो,
आपका हर दिन तरक्की बाला हो,
Phool gufran
मकर संक्रांति -
मकर संक्रांति -
Raju Gajbhiye
ये दुनिया गोल है
ये दुनिया गोल है
Megha saroj
अहसास प्यार का।
अहसास प्यार का।
Rekha khichi
माँ एक एहसास है......
माँ एक एहसास है......
Harminder Kaur
"" *वाङमयं तप उच्यते* '"
सुनीलानंद महंत
दूर दूर रहते हो
दूर दूर रहते हो
surenderpal vaidya
नये साल में
नये साल में
Mahetaru madhukar
अपना कहूं तो किसे, खुद ने खुद से बेखुदी कर दी।
अपना कहूं तो किसे, खुद ने खुद से बेखुदी कर दी।
श्याम सांवरा
Loading...