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20 Mar 2023 · 1 min read

हमने सच को क्यों हवा दे दी

हमने सच को क्यों हवा दे दी
सारा मोहल्ला दुश्मन हो बैठा

क्या हो जाता जो रात को दिन कहता रहता
कुछ ही तो दोस्त थे वो भी खो बैठा

अंधों के शहर में आंखे बंद ही रखना
जिसने भी खोली वो रो बैठा

तूँ कुछ ना देख कुछ ना सुन
तूँ दामन छुड़ा क्यों भिगो बैठा।

डॉ राजीव

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 135 Views
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