Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Aug 2021 · 1 min read

हमनाम

आज कार इंश्योरेंस के सिलसिले में इंश्योरेंस कंपनी के किसी टेलीकॉलर से बात हो रही थी.. जैसे कि शिष्टाचार वश पहले ये अभिवादन सहित अपना नाम बताते हैं तो उस सभ्य कर्मचारी ने भी परम्परा अनुसार वही सब दोहराते हुए कहा कि नमस्कार.. मैं… (फ़लाना) आपकी क्या सहायता कर सकता हूँ… अब जब उसका नाम सुना तो ही माथा ठनका कि कोई सहायता नहीं करेगा ये… ‘तुम्हारा’ हमनाम मेरे किसी काम आ जाये, हो ही नहीं सकता.. फिर भी मैंने अपनी कंप्लेन रजिस्टर करा दी… अंत में फिर वही रटी रटाई बात कि मैम उम्मीद करता हूँ कि आपकी प्रॉब्लम जल्द ही सॉल्व हो जाएगी, यदि मैं आपकी कोई और सहायता कर सकता हूँ तो बताइए… तुम्हारी खुन्नस उस पर निकल ही गयी और मैंने कहा कि कर तो सकते हैं आप मेरी सहायता, पर आप करेंगें नहीं… बड़े अदब से बोला कि मैम प्लीज़ बताइए मैं कोशिश करूँगा कि आपकी समस्या हल हो… मैंने कहा कि यदि आप सच में सहायता करना चाहते हैं तो क्या आप अपना नाम बदल सकते हैं क्यूँकि मुझे इस नाम से बेहद चिड़ है… हँसते हुए बोला कि सॉरी मैम ये मैं नहीं कर पाऊँगा… और मैंने फोन रख दिया….

सुरेखा कादियान ‘सृजना’

Language: Hindi
Tag: लघु कथा
2 Likes · 4 Comments · 367 Views
You may also like:
Book of the day: मैं और तुम (काव्य संग्रह)
Book of the day: मैं और तुम (काव्य संग्रह)
Sahityapedia
Ham tum aur waqt jab teeno qismat se mil gye.....
Ham tum aur waqt jab teeno qismat se mil gye.....
shabina. Naaz
गीत
गीत
Shiva Awasthi
*एक दोहा*
*एक दोहा*
Ravi Prakash
***
*** " मनोवृत्ति...!!! ***
VEDANTA PATEL
एक काफ़िर की दुआ
एक काफ़िर की दुआ
Shekhar Chandra Mitra
💐प्रेम कौतुक-258💐
💐प्रेम कौतुक-258💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
गीतिका।
गीतिका।
Pankaj sharma Tarun
हो बेखबर अंजान तो अंजान ही रहो।
हो बेखबर अंजान तो अंजान ही रहो।
Taj Mohammad
प्यार है रब की इनायत या इबादत क्या है।
प्यार है रब की इनायत या इबादत क्या है।
सत्य कुमार प्रेमी
"वृद्धाश्रम" कहानी लेखक: राधाकिसन मूंधड़ा, सूरत, गुजरात।
radhakishan Mundhra
अनेकों ज़ख्म ऐसे हैं कुछ अपने भी पराये भी ।
अनेकों ज़ख्म ऐसे हैं कुछ अपने भी पराये भी ।
DR ARUN KUMAR SHASTRI
भारत का फौजी जवान
भारत का फौजी जवान
Satish Srijan
हे! दिनकर
हे! दिनकर
पंकज कुमार कर्ण
कैसे जीने की फिर दुआ निकले
कैसे जीने की फिर दुआ निकले
Dr fauzia Naseem shad
साहित्य - संसार
साहित्य - संसार
Shivkumar Bilagrami
■ विनम्र आग्रह...
■ विनम्र आग्रह...
*Author प्रणय प्रभात*
गौरवमय पल....
गौरवमय पल....
डॉ.सीमा अग्रवाल
"फल"
Dushyant Kumar
【30】*!* गैया मैया कृष्ण कन्हैया *!*
【30】*!* गैया मैया कृष्ण कन्हैया *!*
Arise DGRJ (Khaimsingh Saini)
मेरे जग्गू दादा
मेरे जग्गू दादा
Baishali Dutta
कुज्रा-कुजर्नी ( #लोकमैथिली_हाइकु)
कुज्रा-कुजर्नी ( #लोकमैथिली_हाइकु)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
245.
245. "आ मिलके चलें"
MSW Sunil SainiCENA
राम वनवास
राम वनवास
Dhirendra Panchal
कश्मीरी पंडित
कश्मीरी पंडित
Abhishek Pandey Abhi
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मजदूर -भाग -एक
मजदूर -भाग -एक
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Tum to kahte the sath nibhaoge , tufano me bhi
Tum to kahte the sath nibhaoge , tufano me bhi
Sakshi Tripathi
नववर्ष
नववर्ष
Vandana Namdev
-- बड़ा अभिमानी रे तू --
-- बड़ा अभिमानी रे तू --
गायक और लेखक अजीत कुमार तलवार
Loading...