Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Dec 2023 · 1 min read

हमको तू ऐसे नहीं भूला, बसकर तू परदेश में

हमको तू ऐसे नहीं भूला, बसकर तू परदेश में।
खबर हमारी भी पूछाकर, परदेशी परदेश में।।
हमको तू ऐसे नहीं भूला—————-।।

माना कि वक़्त नहीं मिलता है, तुमको वहाँ पर।
काम बहुत रहता है हर पल, तुमको वहाँ पर।।
लेकिन यह भी तो है काम, पूछना अपनों का हाल।
हमको तू ऐसे नहीं भूला—————-।।

ऐसे नहीं मिटा तू , अपने ख्वाबों में हमको।
ऐसे नहीं हटा तू , अपनी यादों से हमको।।
अपने घर और देश की, नहीं भूला सूरत तू।
हमको तू ऐसे नहीं भूला—————।।

प्यार तुमको यहाँ पर, किससे नहीं मिला है।
साथ तुमको यहाँ पर, किससे नहीं मिला है।।
करते हैं तारीफ तेरी यहाँ, जन्मभूमि को नहीं भूला।
हमको तू ऐसे नहीं भूला—————–।।

शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

Language: Hindi
Tag: गीत
237 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

3718.💐 *पूर्णिका* 💐
3718.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
No Second Option
No Second Option
पूर्वार्थ
स्वतंत्रता दिवस
स्वतंत्रता दिवस
Sudhir srivastava
सूप नखा का लंका पहुंचना
सूप नखा का लंका पहुंचना
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
॥ वर्णरत्नाकर ॥ श्रो ज्योतिरीश्वर ठाकुर
॥ वर्णरत्नाकर ॥ श्रो ज्योतिरीश्वर ठाकुर
श्रीहर्ष आचार्य
"" *सपनों की उड़ान* ""
सुनीलानंद महंत
हंसना रास न आया
हंसना रास न आया
Ashok deep
हां मैं एक मजदूर हूं
हां मैं एक मजदूर हूं
डॉ. एकान्त नेगी
कृष्णा बनकर कान्हा आये
कृष्णा बनकर कान्हा आये
Mahesh Tiwari 'Ayan'
गुजरते लम्हों से कुछ पल तुम्हारे लिए चुरा लिए हमने,
गुजरते लम्हों से कुछ पल तुम्हारे लिए चुरा लिए हमने,
Hanuman Ramawat
राह इनको दिखाने वाले
राह इनको दिखाने वाले
gurudeenverma198
ज़िन्दगी लाज़वाब,आ तो जा...
ज़िन्दगी लाज़वाब,आ तो जा...
पंकज परिंदा
🙅पहचान🙅
🙅पहचान🙅
*प्रणय*
" मुझे नहीं पता क्या कहूं "
Dr Meenu Poonia
अभी तो कुछ बाकी है
अभी तो कुछ बाकी है
Meera Thakur
गहरा है रिश्ता
गहरा है रिश्ता
Surinder blackpen
परछाई
परछाई
Dr Mukesh 'Aseemit'
पुरानी यादें ताज़ा कर रही है।
पुरानी यादें ताज़ा कर रही है।
Manoj Mahato
उम्मीदें  लगाना  छोड़  दो...
उम्मीदें लगाना छोड़ दो...
Aarti sirsat
कसौटी जिंदगी की
कसौटी जिंदगी की
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
कलयुग में कुरुक्षेत्र लडों को
कलयुग में कुरुक्षेत्र लडों को
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
नारी की संवेदना
नारी की संवेदना
Dr. Vaishali Verma
कि  इतनी भीड़ है कि मैं बहुत अकेली हूं ,
कि इतनी भीड़ है कि मैं बहुत अकेली हूं ,
Mamta Rawat
सरस कुंडलियाँ
सरस कुंडलियाँ
Ravi Prakash
Innocent love
Innocent love
Shyam Sundar Subramanian
मन की गति
मन की गति
Dr. Kishan tandon kranti
एक हमारे मन के भीतर
एक हमारे मन के भीतर
Suryakant Dwivedi
अनेकता में एकता 🇮🇳🇮🇳
अनेकता में एकता 🇮🇳🇮🇳
Madhuri Markandy
ग़ज़ल _ क्या हुआ मुस्कुराने लगे हम ।
ग़ज़ल _ क्या हुआ मुस्कुराने लगे हम ।
Neelofar Khan
Loading...